मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा है कि बंगाल की खाड़ी में एक चक्रवाती या कम दबाव का क्षेत्र विकसित हो रहा है और इस क्षेत्र में अगले कुछ दिनों में 8 मई से 12 मई तक तेज़ बारिश हो सकती है. मौसम विभाग ने ये भी कहा कि इस चक्रवाती सिस्टम के 9 मई के आसपास बंगाल की दक्षिण-पूर्व खाड़ी के ऊपर एक दबाव बनने और फिर एक चक्रवाती तूफान में तबदील होने की संभावना है.
विभाग के मुताबिक अगर ये चक्रवाती सिस्टम तुफान में तबदील होगा तो इसे साइक्लोन मोचा (उच्चारण ‘मोखा’) कहा जाएगा.
भारत और बांगलादेश को प्रबावित नहीं करेगा मोचा
चक्रवात तूफान मोचा के पूर्वी भारत के साथ ही बांग्लादेश के तट को भी प्रभावित नहीं करने की संभावना है. मौसम विभाग का कहना है कि मोचा 13 मई की शाम से 14 मई की दोपहर के बीच म्यांमार में ‘गंभीर चक्रवात’ तूफान के रूप में दस्तक दे सकता है.
वहीं दक्षिण भारतीय के क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र ने कहा कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना चक्रवाती सिस्टम जिसके 9 मई तक चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की संभावना है, इसका तमिलनाडु पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. मौसम विभाग के सूत्रों के मुताबिक चक्रवात मोचा अगर बनता है तो उसके बंगाल तट से टकराने की संभावना नहीं है.
म्यांमार को प्रभावित कर सकता है साइक्लोन मोचा
मौसम अधिकारियों ने कहा कि अभी तक, ऐसा लगता है कि यह खाड़ी की पूर्वी सीमा में घूम रहा है, म्यांमार को प्रभावित कर रहा है और बंगाल में केवल मध्यम गरज के साथ बौछारें ला रहा है. उन्होंने कहा, लेकिन इस समय साइक्लोन मोचा की भविष्यवाणी करना संभव नहीं है. आईएमडी ने कहा है कि बंगाल की खाड़ी में बन रहे चक्रवाती तूफान या कम दबाव के क्षेत्र का आंध्र प्रदेश पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा.
हम स्थिति पर नज़र बनाए हुए हैं- CM ममता बनर्जी
वहीं पश्चिम बंगाल की CM ममता बनर्जी ने कहा, “हम स्थिति पर नज़र बनाए हुए हैं, अगर 10 और 11 मई को हालात बिगड़ते हैं तो हम तटीय इलाकों से लोगों को बचाएंगे. इसके बाद यह चक्रवात बांग्लादेश और फिर म्यांमार की ओर बढ़ जाएगा. चक्रवात से डरने की जरूरत नहीं है, हमने बचाव के सारे इंतज़ाम किए हैं.”