बिपरजॉय तूफान ने भारत के कई हिस्सों को प्रभावित किया. ऐसे में राजस्थान और गुजरात में चक्रवात बिपरजॉय तूफान का सबसे ज्यादा असर देखने को मिला. पश्चिमी राजस्थान के इलाकों में दिखने लगा है. खासतौर पर बाड़मेर,जालौर और सिरोही जिलों में तेज बरसात का दौर देर रात से ही शुरू हो चुका है. पिछले 24 घंटे में सर्वाधिक बरसात सिरोही जिले के माउंट आबू में दर्ज की गई है. यहां 210 mm बरसात दर्ज की गई है. इसके अलावा बाड़मेर में 136 एमएम और जालौर में 110 एमएम बरसात अब तक दर्ज की गई है. जयपुर मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा के अनुसार अगले 48 घंटे प्रदेश के कई जिलों में भारी बरसात की संभावना है.
राजस्थान में तूफान का असर
जयपुर मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने ANI को बताया कि कल देर रात यह चक्रवात राजस्थान में प्रवेश किया और उसके बाद से ही बाड़मेर, जालौर और सिरोही समेत कुछ जिलों में बरसात का दौर शुरू हो गया. सुबह 11:30 बजे के आसपास इस चक्रवात का केंद्र बाड़मेर रोड जालौर बना रहा और इस दौरान इस चक्रवात की कैटेगरी डीप डिप्रेशन से बदलकर डिप्रेशन पर आ गई. मतलब यह चक्रवात पहले से थोड़ा कमजोर हो गया है. हालांकि बरसात का जो दौर है वह अगले 48 घंटे तक अगले कुछ जिल में बना रहेगा.
मौसम विभाग ने बाड़मेर को रेड अलर्ट से निकालकर ऑरेंज अलर्ट की कैटेगरी में रखा है. वहीं जालौर सिरोही और पाली जिले को रेड केटेगरी में रखा गया है. इन जिलों में अगले 18 घंटों के भीतर कहीं भारी और कहीं अत्याधिक भारी बरसात हो सकती है. इसके अलावा 18 जून को भी इन जिलों के साथ अजमेर संभाग में आने वाले और जयपुर संभाग के कुछ जिलों में भारी बरसात की चेतावनी दी गई है. 19 जून को यह चक्रवात तूफान पूर्वी राजस्थान के भरतपुर और कोटा जिलों के आसपास रहेगा लेकिन इसकी तीव्रता बेहद कम हो जाएगी.
बिपरजॉय तूफान से बाड़मेर जिले भर में बीते दो दिनों से बारिश का दौर चल रहा है. जबकि बीते 24 घंटे में मूसलाधार बारिश हो रही है. रात से 45-60KM घंटे की रफ्तार तेज हवाएं चल रही है. हालांकि बारिश रुक-रुक कर हो रही है. प्रशासन का दावा है कि बाखासर के रास्ते बिपरजॉय तूफान की एंट्री रात को हो गई है. वहीं, बॉर्डर के इलाकों में बीती रात से तेज हवाओं के साथ रुक-रुक बारिश का दौर शनिवार को भी जारी है. वहीं चिड़वा इलाके में सबसे ज्यादा 136 एमएम यानी 5 इंच बारिश दर्ज की गई है.
दरअसल, अरब सागर में उठा तूफान बाखासर के रास्ते बाड़मेर में एंट्री कर चुका है. इससे जिले में लगाताार बारिश चल रही है. इससे कई नीचले इलाको में पानी घुस गया. बाड़मेर से चलने वाली लोकल ट्रेनों को आज दिन तक के लिए रद्द कर दिया है. जिला प्रशासन ने सेना, एसडीआरएफ की टीमों को भी भारी बारिश से प्रभावित इलाकों में भेजा है.
गुजरात में तुफान ने मचाई तबाही
वहीँ बात अब गुजरात की करें तो चक्रवाती तूफान बिपरजॉय गुजरात में तबाही का मंजर बनकर है. चारों ओर तूफान की बर्बादी के निशान दिख रहे हैं. कच्छ भुज के मांडवी तहसील के गढ़सीसा गांव जो केसर आम और खारेक के लिए नामचीन है. वहां आम और खारेक की फसल को ज्यादा नुकसान हुआ है. बिपरजॉय का सबसे अधिक असर कच्छ और सौराष्ट्र के कुछ हिस्सों में अधिक है.
तबाही का मंज़र इसी बात से देखा जा सकता है कि किसान विनोद रंगानी ने बताया की भुज में भूकंप के बाद 2001 में कच्छ में सबसे पहले मैंने केसर आम के पौधे लगाए थे. मेरा आम के 300 पेड़ है. जिसमे तूफान को लेकर 22 आम के पैड पूरी तरफ नष्ट हो गया. खारेक की फसल कर रहा किसान मोहन परवाड़िया ने बताया की मैने 4 एकड़ जमीन में खारेक के पैड है और चंद दिनों में खारेक रेडी हो जायेगी लेकिन तूफान के चलते करीबन 30 प्रतिशत फसल नष्ट हो गई. यानी इस तूफ़ान ने तबाही में कई लोगों के रोज़गार को भी भारी नुकसान पहुँचाया है.
बचाव दल से मिले अमित शाह
ऐसे में परिस्थिती को देखते हुए और इन हालातों में भी डट कर लोगों की सेवा करने वाले बचाव दल से मिलने खुद गृहमंत्री अमित शाह बचाव दल से मिलने पहुंचे और उनसे बातचीत कर उनका हौसला बढ़ाया.