Monday, December 4, 2023

Bihar Daroga Murder : दारोगा प्रभात रंजन की हत्या पर शिक्षामंत्री चंद्रशेखर का बेशर्म बयान-‘ऐसी घटनाएं होती रहती है’

जमुई : जमुई में बालू माफिया द्व्रारा दरोगा प्रभात रंजन की हत्या Bihar Daroga Murder के मामले में बिहार सरकार के मंत्री चंद्रशेखऱ ने बेहूदा बयान दिया है. शिक्षा मंत्री चंद्रशेखऱ ने Bihar Daroga Murder की घटना पर कहा कि  इस तरह की घटनाएं होती रहती है. इतनी बड़ी घटना के बाद सरकार के एक जिम्मेदार मंत्री का इस तरह से से दिया गया बयान सरकार के गैर जिम्मेदाराना रवैये को उजागर कर रहा है .शिक्षामंत्री चंद्रशेखर के इस बयान ने बता दिया है कि बिहार में सरकार और पुलिस अपराधियों के प्रति किस तरह की मानसिकता रखती है.

Bihar Daroga Murder की डिप्टी सीएम को जानकारी नहीं

ये तो रही शिक्षा मंत्री चंद्रशेखऱ की बात, बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी से तब पत्रकारों ने इस घटना के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि फिलहाल उन्हें इसकी जानकारी नहीं है. ये सवाल डिप्टी सीएम तेजस्वी से तब पूछा गया जब घटना को हुए 10 घंटे से ज्यादा का वक्त बीत चुके थे.

आपको बता दें कि शायद जिम्मेदार हुक्मरानों के इसी गैरजिम्मदार रवैये का परिणाम है कि बिहार में हर तरह के अपराधी बेखौफ हैं . बालू माफिया (Sand Mafia)  हो या चोर लुटेरे सभी के हौसले बुलंद हैं. उन्हें ना शासन का कोई डर है ना ही पुलिस का कोई खौफ.

घटना के बाद जब घटना की जानकारी फैलने लगी तब आठ घंटे के बाद पुलिस ने कार्रवाई शुरु की . बिहार पुलिस ने अपने ही अफसर की हत्या के बाद भी 8 घंटे बाद कार्रवाई शुरु की. अब जानकारी मिल रही है कि घटना में इस्तेमाल किये गये ट्रैक्टर का पता लगा लिया गया है , और पुलिस कार्रावई कर रही है.

Bihar Daroga Murder का क्या है पूरा मामला ?

जुमई में मंगलवार को बालू माफियों ने दारोगा प्रभात रंजन की ट्रैक्टर से कुचलकर हत्या कर दी. जिस समय  ये घटना हुई दारोगा प्रभात रंजन अपनी टीम के साथ अवैध बालू लेकर जा रहे  ट्रैक्टर्स की जांच कर रहे थे, तभी माफिया ने दारोगा के उपर ट्रैक्टर चढ़ा कर कुचल दिया.अस्पताल में इंस्पेक्टर प्रभात रंजन ने दम तोड़ दिया.इस घटना में होमगार्ड का एक जवान भी बुरी तरह से घायल हुआ है.

दारोगा प्रभात रंजन की मात्र 5 साल पहले 2018 में नियुक्ति हुई थी. दारोगा प्रभात वैशाली जिले के पातेपुर के बस्ती खोजपुर पंचायत के रहने वाले थे. उनके चचेरे भाई गांव के मुखिया थे.

Sand Mafia
                                बालू माफिया(Sand Mafia)

पुलिस के मुताबिक बताया जा रहा है, यह वारदात जमुई के गढ़ी थाना क्षेत्र के चनरवर पुल के पास हुई. दारोगा प्रभात रंजन को मंगलवार सुबह 7 बजे अवैध बालू के ट्रेक्टर की सूचना मिली थी. उसके बाद वो तुरंत अपनी टीम के साथ चनरवर पुल के नजदीक पहुंच गए और चेकिंग करने लगे. इसी बीच सामने से एक ट्रैक्टर आया, जिसमें अवैध रूप से बालू लदी हुई थी.

दारोगा प्रभात रंजन का परिवार

शिवनारायण साह के बच्चो में से एक प्रभात रंजन भी थे. उनके दो भाई है जो किडनी की दिक्कत से गुजर रहे है. दोनों भाइयो का दिल्ली में डायलिसिस चल रहा है. पत्नी भी अस्पताल में भर्ती है. प्रभात की  4 साल की एक बेटी और 6 महीने का बेटा है. उनके माता पिता बुजुर्ग हैं. घटना का पता चलते ही उनका रो रो कर बुरा हाल हो गया है. माता पिता समेत पूरा परिवार सदमें में है.

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक दरोगा प्रभात रंजन ने जब बालू से भरे ट्रैक्टर को रोकने की कोशिश की तो बालू माफिया उन्हें रौंदता हुआ आगे निकल गया. इस घटना में एक अन्य पुलिस टीम राजेश कुमार घायल हो गया है, जिसका निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है.

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