Friday, February 7, 2025

Train Accident :क्या ‘kavach’ के रहते हो गया इतना बड़ा हादसा, रेलमंत्री ने दिये उच्चस्तरीय जांच के आदेश

Coromandel Express Accident : पिछले कुछ सालों में हुई बड़ी रेल दुर्घटनाओं और उनमें होने वाली जनहानि को देखते हुए भारत सरकार ने एक सशक्त रेल डिफेंस सिस्टम का पिछले साल मार्च (4 मार्च 2022) में सफल परीक्षण किया था . इस रेल डिफेंस सिस्टम को ‘कवच’ (kavach) का नाम दिया गया था.

कवच के सफल परीक्षण के साथ ही ही दावा किया गया था कि अब भारत में होने वाली रेल दुर्घटनाओं को इस kavach सिस्टम के जरिये रोक लिया जायेगा. 4 मार्च 2022 को  रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव की मौजूदगी में इस kavach सिस्टम का सफल परीक्षण किया गया. कवच के सफल परीक्षण के साथ ही ये दावा किया गया था कि अब ट्रेन दुर्घटनाओं को रोकने के एक सिस्टम तैयार हो गया है.

कवच (kavach) को फुल प्रूफ सिस्टम बताया गया

इस सिस्टम kavach का बढ़ चढ़ कर प्रचार किया गया . खुद रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने मीडिया संस्थानों में जाकर इस सिस्टम के सौ प्रतिशत सटीक होने की गारंटी भी दी.

जब ‘कवच’ का परीक्षण किया गया तो ये दावा किया गया कि 160 किलोमीटर की रफ्तार से आमने सामने से आ ही ट्रेन को भी इस सिस्टम के तहत 380 किलोमीटर पहले ही रोका जा सकता है . परीक्षण के दौरान देखा गया कि ट्रेन ने दूसरी ट्रेन के आने की सूचना 380 किलोमीटर पहले ही एलर्ट के तौर पर दे दी थी और संभावित दुर्घटना को रोक लिया था.

इस सिस्टम को बने अभी करीब एक साल ही पूरे हुए हैं, लेकिन कोरमंडल एक्सप्रेस के एक्सीडेंट ने रेलवे के इस सिक्युरिटी सिस्टम की भी पोल खोल कर रख दी है. अब  सवाल उठता है कि किया रेलवे में इस सिस्टम का प्रयोग ही नहीं किया जा रहा है या रेलवे के कर्मचारियों की लापरवाही ने सिस्टम के एलर्ट को अनसुना कर दिया ? इस रेल दुर्घटना और 70 से ज्यादा लोगों की मौत रेलवे के जिम्मेदार अधिकारियो से सवाल कर रहे हैं.

रेल मंत्री ने उच्चस्तरीय जांच कमेटी बनाने का ऐलान किया

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने समाचार एजेंसी ANI को बताया कि दुर्घटना की  जांच के लिए उच्च स्तरीय जांच कमेटी बनाने के आदेश दे दिया गये हैं. दुर्घटना कैसे हुई इसकी जांच होगी. रेल मंत्री ने कहा कि ये जानना जरुरी है कि घटना का  मूल कारण क्या रहा होगा.

 

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