Turkish Super Cup final: राजनीतिक नारेबाजी विवाद के चलते टर्किश सुपर कप फाइनल का मुकाबला रद्द कर दिया गया है. दरअसल यह पूरा माजरा राजनीतिक नारे वाली टीशर्ट पहनने को लेकर सामने आया. एक क्लब के खिलाड़ी चाहते थे कि वो राजनैतिक नारेबाजी वाली टीशर्ट पहनें लेकिन सऊदी आयोजकों ने इसके लिए खिलाड़ियों को अनुमति नहीं दी और अंत में टूर्नामेंट का फाइनल कैंसिल करना पड़ा.
न्यूज एजेंसी की खबरों के मुताबिक क्लब के खिलाड़ी चाहते थे कि वे शाम के किक-ऑफ से पहले वार्म-अप के दौरान आधुनिक तुर्की के संस्थापक मुस्तफा कमाल अतातुर्क की फोटो वाली टी-शर्ट पहनें, लेकिन सऊदी अरब को यह मंजूर नहीं था. इसलिए टूर्नामेंट को रद्द कर दिया गया.
Turkish Super Cup final विवाद पर क्लब ने दी सफाई
टर्किश सुपर कप फाइनल Turkish Super Cup final के रद्द होने के बाद दोनों टीमों और तुर्की फुटबॉल फेडरेशन के तरफ से एक संयुक्त बयान जारी किया गया है. बयान में कहा गया है कि एक संयुक्त निर्णय के परिणामस्वरूप फाइनल को कुछ दिक्कतों के कारण बाद की तारीख के लिए रद्द कर दिया गया है. फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि फाइनल कब और कहां खेला जाएगा. इस बयान में सऊदी अरब के फुटबॉल महासंघ और अधिकारियों को इस कार्यक्रम के आयोजन के प्रयासों के लिए धन्यवाद दिया गया.
साउदी अरब का खिलाडियों पर आरोप
सऊदी अरब मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दोनों टीम के खिलाड़ियों ने मैच के नियमों का पालन नहीं किया. जिसके कारण यह फाइनल मैज रद्द किया गया है. इसके अलावा यह भी कहा गया है कि इंटरनेशनल फुटबॉल रूल्स के अनुसार मैच को समय पर आयोजित करने की उम्मीद कर रहे थे, जिसमें किसी भी तरह के नारेबाजी की मनाही है, इसके बारे में तुर्की फुटबॉल महासंघ के साथ चर्चा की गई थी.
उधर, तुर्की मीडिया की रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि सऊदी अधिकारियों ने इस मांग को अस्वीकार कर दिया. हालांकि यह बात स्पष्ट नहीं हो पाई कि ऐसा क्यों हुआ है. जिसके बाद इन फुटबॉल क्लबों ने अल-अव्वल पार्क स्टेडियम (किंग सऊद यूनिवर्सिटी) में सुपर कप फाइनल में खेलने से इनकार कर दिया.
बता दें कि 2018 में इस्तांबुल में सऊदी पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या के बाद दोनों देशों में दरार आ गई थी लेकिन संबंधों को सुधारने के लिए तुर्की के राष्ट्रपति तैयप एर्दोगन ने जुलाई में सऊदी अरब का दौरा किया था. फिलहाल इस घटना को टर्किश सुपर कप फाइनल Turkish Super Cup final रद्द होने की वजह के तौर पर देखा जा रहा है.
वहीं, अब इस फाइनल के रद्द होने से तुर्की फ़ुटबॉल के लिए विवादों वाला महीना बन गया है. दरअसल, टॉप टियर क्लब अंकारागुकु के अध्यक्ष फारुक कोका को एक मैच के अंत में रेफरी के चेहरे पर मुक्का मारने के आरोप में 12 दिसंबर को गिरफ्तार किया गया था. तब TFF ने कोका पर स्थायी प्रतिबंध लगाया और अंकारागुकु पर भी प्रतिबंध लगा दिया था.