पटना : बिहार सरकार ने दूर्गा पूजा के दौरान शिक्षकों की ट्रेनिंग Teachers Training वाले आदेश को वापस ले लिया है. हाल ही में शिक्षा विभाग के दिये गये आदेश को लेकर शिक्षक महकमों में खासी नाराजगी थी. बिहार सरकार ने दूर्गा पूजा के दौरान शिक्षकों की अनिवार्य आवासीय ट्रेनिंग Teachers Training शेड्यूल की थी. शिक्षकों की नाराजगी को देखते हुए शिक्षा विभाग ने फिलहाल टीचर ट्रेनिंग के शेड्यूल को रद्द करने का फैसला किया है.
Teachers Training को रद्द करते हुए शिक्षा विभाग ने पत्र जारी किया है
“राज्य के सभी स्तर के प्रशिक्षण जो दिनांक 16 अक्टूबर, 2023 से 21 अक्टूबर, 2023 तक प्रशिक्षण संस्थानों में संचालित है, निदेशानुसार दिनांक 17 अक्टूबर, 2023 से अपरिहार्य कारणों से स्थगित किया जाता है. उक्त चरण के सभी प्रशिक्षों का प्रशिक्षणचर्या अधूरा माना जायेगा. इसको पूर्ण करने हेतु बाद में आदेश निर्गत किया जायेगा.”
![Bihar teacher training order cancel letter](https://thebharatnow.in/wp-content/uploads/2023/10/bihar-teacher-traning-programme-cancel.jpeg)
शिक्षक संघ ने दी थी आंदोलन की धमकी
बिहार में इन दिनों शिक्षा विभाग नये नये प्रयोग करने मे जुटा है. दूर्गा पूजा के दौरान शिक्षकों की ट्रेनिंग का शिड्यूल बना कर शिक्षा विभाग ने दशहरे की मौके पर शिक्षकों की छुट्टी पर कैंची चला दी थी. शिक्षा विभाग की तरफ से एक आदेश जारी किया गया था कि दुर्गा पूजा के दौरान यानि 16 से 21 अक्टूबर तक शिक्षकों की आवासीय ट्रेनिंग शुरू होगी.जिसमें शिक्षकों की उपस्थिति अनिवार्य होगी. जब से शिक्षा विभाग का ये आदेश आया उसी समय से विपक्षी दलों के साथ साथ बिहार के शिक्षक संगठन भी भड़क गए .
शिक्षक संघ ने इस फैसले का विरोध करते हुए आंदोलन की चेतावनी दी थी. उनका कहना था कि दूर्गा पूजा के नौ दिन के दौरान हिंदूधर्म को मानने वाले कई शिक्षक भी उपवास करते हैं, व्रत करते है. ऐसे में ट्रेनिंग का कार्यक्रम रखना ठीक नहीं है. सरकार के इस फैसले से लोगों की धार्मिक मान्यताएं आहत हुई है.
शिक्षकों के विरोध को देखते हुए सरकार बैकफुट पर आ गई और फिलहाल ट्रेनिंग रद्द करने की आदेश जारी कर दिया है.
बीजेपी नेताओं ने की राज्यपाल से मुलाकात
दरअसल इस मामले पर बीजेपी ने सरकार को घेरने की पूरी तैयारी की थी. केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, बीजेपी सांसद रामकृपाल यादव समेत कई बीजेपी नेताओं ने पटना में राजभवन पहुंचकर राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर से मुलाकात की और ज्ञापन सौंपा. बीजेपी नेताओं ने राज्यपाल से शिक्षकों की छुट्टी प्रशिक्षण के नाम पर रद्द किए जाने को लेकर शिकायत की और सकारात्मक पहल करने की मांग की थी.