अहमदाबाद: गुजरात देश में सबसे पुरानी शराबबंदी है, लेकिन गुजरात सरकार ने बड़े फैसले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल गिफ्ट सिटी Gift City में शर्तों के साथ शराब के सेवन को स्वीकृति मिल गई है.यह पहला मौका है जब गुजरात में किसी स्थान पर शर्तों के साथ शराब के सेवन को मंजूरी प्रदान की गई है.गिफ्ट सिटी में शराब के सेवन की मंजूरी का प्रस्ताव सरकार के सामने काफी समय से था.
Gift City में शराब के लिए सरकार देगी लाइसेंस
सरकार के फैसले के अनुसार गिफ्ट सिटी में अधिकृत तौर पर काम करने वाले कर्मचारी, अधिकारी और उनसे आधिकारिक तौर पर मुलाकात के लिए पहुंचने वाले लोगों को शराब के सेवन की छूट होगी. इसके लिए गिफ्ट सिटी में होटल, रेस्टोरेंट और क्लब वाइन एंड डाइन की सुविधा दे सकेंगे.सरकार इसके लिए उन्हें लाइसेंस प्रदान करेगी.गुजरात सरकार ने गिफ्ट सिटी में आने वाले संस्थानों और दफ्तरों के लोगों को जरूरत को ध्यान में रखकर शराबबंदी कानून में बदलाव किया है. गिफ्ट सिटी में शराब के सेवन करने की छूट के लिए काफी समय से अनुमति मिलने की अटकलें लग रही थी.
सरकार ने शर्तों के साथ गिफ्ट सिटी में शराब परोसने की अनुमति दी
गिफ्ट सिटी के लिफ्ट करने से सरकार को काफी नौकरियों के साथ राजस्व की उम्मीद है.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए गिफ्ट सिटी की परिकल्पना की थी. सरकार के इस फैसले को गांधीनगर स्थित गिफ्ट सिटी चहल-पहल के साथ आर्थिक गतिविधियां बढ़ने की उम्मीद है.गिफ्ट सिटी के ग्रोथ नहीं करने के लिए शराबबंदी को भी जिम्मेदार ठहराते थे.फिलहाल सरकार ने शर्तों के साथ गिफ्ट सिटी में शराब परोसने और उसके सेवन की अनुमति प्रदान कर दी है. विदेशी आर्थिक संस्थान विश्वस्तरीय इन्फ्रास्ट्रक्चर होने के बाद भी गिफ्ट सिटी का रुख नहीं कर रहे थे.ऐसे में सरकार ने अंतिम विकल्प के तौर पर गिफ्ट सिटी के लिए राज्य की प्रोहीबिशन नीति में बदलाव किया है.
क्या है गिफ्ट सिटी
गिफ्ट सिटी की परिकल्पना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2008 में की थी.इसी साल 29 जुलाई को उन्होंने इंडिया इंटरनेशनल बुलियन एक्सचेंज को लांच किया था. गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंस टेक सिटी को पीएम मोदी वैश्विक स्तर पर आर्थिक गतिविधियों का केंद्र बनाना चाहते हैं.यहां पर पीएम की पहल के बाद काफी सारी बैंकों ने अपनी शाखाएं भी खोली हैं.गिफ्ट सिटी 15.5 स्कवॉयर किलोमीटर में फैली है.इसमें काफी सारी ऊंची और अत्याधुनिक तकनीक से लैस बिल्डिंग हैं.जिन्हें वैश्विक कंपनियों को ऑफिसों के हिसाब से बनाया गया है.