देशभर में बीजेपी भ्रष्टाचार के नाम पर विपक्षी राज्यों वाली सरकारों को घेरने में लगी रहती है. विपक्षी पार्टियों के सत्ता वाले राज्यों से सीबीआई, ईडी और एनआईए के छापेमारी की ख़बरें रोज़ सुनाई दे जाती हैं. लेकिन दक्षिण के एकमात्रा राज्य में जहां बीजेपी की सरकार है वहां उसपर गंभीर भ्रष्टाचार के आरोप है. हालात ये है कि सरकार को विपक्षी दल 40 प्रतिशत की सरकार के नाम से ही बुला रहे है. अगर आप अभीतक भी नहीं समझ पाए तो आपको बता दें हम बात कर रहे है कर्नाटक की जहां विपक्षी दल कांग्रेस ने बीजेपी के मुख्यमंत्री का चेहरा पर QR कोड लगा पोस्टर लगवाएं है. पहली नज़र में आपको ये पोस्टर पेमेंट ऐप PayTM का प्रचार पोस्टर लगेगा लेकिन इनपर PayTM नहीं PayCM लिखा है.
क्या है कांग्रेस का PayCM अभियान
असल में कांग्रेस के इस अभियान की प्रेरणा रही तेलंगाना राष्ट्रीय समिति. टीआरएस ने 17 सितंबर को हैदराबाद में बीजेपी के ‘लिबरेशन डे’ समारोह के दौरान कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई का मज़ाक उड़ाते हुए बैनर लगाए थे जिनपर लिखा था ‘स्वागत 40% सीएम’ , इन्हीं बैनरों से प्रेरणा ले कांग्रेस ने गुरुवार को बेंगलुरु में बस स्टॉप, पार्क, मार्केट और दूसरी सार्वजनिक स्थानों पर ‘PayCM यहां पर 40 पर्सेंट स्वीकार किया जाता है.’ लिखे पोस्टर लगाए.
दिलचस्प बात ये है कि पोस्टर बर बना QR कोड सिर्फ दिखावा नहीं है. इसे अगर स्कैन किया जाए तो आपके मोबाइल में एक वेबसाइट खुलती है. ‘40% Commission Government’ नाम की ये वेबसाइट कांग्रेस ने डिज़ाइन की है. वेबसाइट पर लोगों को बोम्मई सरकार के कथित भ्रष्टाचार के खिलाफ शिकायत करने और अपने मन की बात लिखने का विकल्प भी दिया गया है.
कांग्रेस के कैंपेन से तिलमिलाई बीजेपी
रातों रात बेंगलुरु शहार में लगाए गए पोस्टरों ने बीजेपी खासी नाराज़ है. सीएम बसवराज बोम्मई कांग्रेस की इस हरकत को सुव्यवस्थित साजिश बताया और कहा कि ये उनका नाम और कर्नाटक की छवि खराब करने के लिए किया गया है. सीएम ने कहा, “यह एक घटिया अभियान है, ऐसे तो कोई भी बिना कोई सबूत दिए अभियान शुरू कर सकता है. इस अभियान के पीछे के लोगों को गिरफ्तार किया जाएगा.”
इतना ही नहीं बीजेपी के नेताओं ने कांग्रेस को चुनौती दी कि वह अपने दावों को सबूतों के साथ साबित करें. बीजेपी ने ये भी कहा कि शिकायत करने वाले ठेकेदार कांग्रेस नेता सिद्धारमैया के साथ मिले हुए थे. उसने पूछा अगर वह सच बोल रहे थे तो अब चुप क्यों हैं.
बीजेपी ने भी सोशल मीडिया कैंपेन चला कांग्रेस को घेरा
नाराज़गी जताने के साथ-साथ बीजेपी ने भी कांग्रेस के खिलाफ सोशल मीडिया का सहारा लेते हुए एक अभियान शुरु किया. इस अभियान में बीजेपी ने लोगों को चेतावनी दी की वो कांग्रेस नेता सिद्धारमैया और डी.के. शिवकुमार से बचे. बीजेपी ने इनको “रीडू सिद्धारमैया” और “ईडी डीकेएस” कहते हुए लोगों को याद दिलाया कि कैसे सिद्धारमैया के शासन काल में अवैध भूमि अधिसूचनाओं को रद्द किया गया था और साथ ही कांग्रेस के दोनों नेताओं के खिलाफ चल रही ईडी जांच की भी याद दिलाई.
बीजेपी ने कांग्रेस की तरह ही सिद्धारमैया और शिवकुमार के चेहरों के साथ एक क्यूआर कोड बनाया. जिसमें लोगों से कोड को स्कैन कर कांग्रेस के दोनों नेताओं को बाहर निकालने का आग्रह किया गया है.
कर्नाटक पुलिस ने दर्ज किया मामला
इस बीच, मुख्यमंत्री की नाराजगी के बाद बेंगलुरू पुलिस हरकत में आई और सार्वजनिक जगहों से पोस्टर हटा दिए गए. बेंगलुरू के पुलिस आयुक्त प्रताप रेड्डी ने संवाददाताओं से कहा कि कर्नाटक ओपन प्लेसेस (डिफिगरेशन की रोकथाम) अधिनियम 1981 के तहत इस मामले में एक शिकायत दर्ज की गई है और इस मामले के लिए जिम्मेदार लोगों को गिरफ्तार किया जाएगा.