दिल्ली में नो मनी फॉर टेरर फंडिंग कांफ्रेंस (No money for terror funding conference) में पीएम मोदी ने कहा कि संगठित अपराध को टेटर फंडिंग से अलग करके नहीं देखा जा सकता है. आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए जो पैसा आता है उसका एक बहुत बड़ा श्रोत संगठित अपराध है.
पीएम मोदी ने कहा कि जो लोग संगठित अपराध से जुड़े होते हैं उनके रिश्ते आतंकवादी संगठनों से जुड़े रहते हैं. बंदूक चलाने से लेकर ड्रग्स और तस्करी से कमाये गये पैसे आतंकवाद में लगाये जाते हैं. ये लोग आतंकी संगठनों के रसद और संचार के माध्यम भी उपलब्ध कराते हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने इस बात पर भी जोर दिया कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में संगठित अपराध के खिलाफ कार्रवाई अत्यंत महत्वपूर्ण कदम है.कई बार मनी लॉन्ड्रिंग और वित्तीय अपराध जैसी गतिविधियां भी आतंकी फंडिंग को मदद करते हैं. इस लड़ाई को खत्म करने में वैश्विक स्तर पर सहयोग की जरुरत हैं.
आतंकवाद को किसी धर्म से नही जोड़ा जाना चाहिये- अमित शाह,गृहमंत्री
इसी कार्यक्रम (NMTF) में गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि आतंकवाद को किसी धर्म सो जोड़ना सही नहीं है. आतंकवाद के खतरे को किसी राष्ट्रीयता धर्म या समूह से नहीं जोड़ा जाना चाहिये
आतंकवाद को बढावा दने के लिए हो रहा है डार्कनेट का इस्तेमाल- गृहमंत्री अमित शाह
गृहमंत्री अमित शाह ने कांफ्रेंस के उद्घाटन भाषण में कहा कि आतंकी हिंसा को लगातार जारी रखने, युवाओं को चरणपंथी/ कट्टरपंथी बनाने और पैसा जुटाने के लिए नये नये तरीके खोज रहे हैं. इन दिनों आतंकी अपनी पहचान छुपाने और आतंकी गतिविधियो के प्रसार को बढ़ाने के लिए डार्कनेट जैसे हाइटेक साधन का इस्तेमाल कर रहे हैं.
नई दिल्ली में आज से होटल ताज पैलेस में आतंकियों को वित्तीय मदद रोकने के लिए नो मनी फॉर टेरर फंडिंग (‘आतंक के लिए कोई धन नहीं’) विषय पर तीसरा मंत्रिस्तरीय सम्मेलन का आयोजन हुआ है. No money for terror funding conference दिल्ली में दो साल के बाद आय़ोजित किया जा रहा है. इससे पहले ये कांफ्रेंस 2019 में मेलबर्न और 2018 में पेरिस में आयोजित किया गया था.