बिहार सरकार का शिक्षा विभाग सुर्खियों में है. एक महीने पहले केके पाठक ने शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव की जिम्मेदारी संभालने के बाद से विभाग में खींच तान मची है. ताजा मामला शिक्षा मंत्री के पीत पत्र लिखने का है. शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर विभाग के अधिकारियों से नाराज़ है. उनकी शिकायत है कि अधिकारी कानून के हिसाब से काम नहीं कर रहे हैं.
चंद्रशेखर ने अधिकारियों को पत्र में क्या लिखा
बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने अपने विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक समेत निदेशक स्तर के पदाधिकारियों को पीत पत्र भेजा है. मंत्री जी ने अपने पत्र में अधिकारियों कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए उनपर कानून के मुताबिक काम नहीं करने का आरोप लगाया है. शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर ने अपने पत्र में लिखा है कि ऐसा देखा जा रहा है कि कई मामलों में सरकार के कार्य संहिता के हिसाब से काम नहीं कराए जा रहे हैं. राजपत्रित अधिकारियों को उनके पद के अनुसार काम नहीं दिए जा रहे हैं. विभाग के अधिकारियों से उनके पद से नीचे स्तर के काम लिए जा रहें हैं. इसलिए इस तरह की कार्यशैली में सुधार लाने की जरूरत है.
केके पाठक ने शिक्षा विभाग में मचा रखी है खलबली
इस साल 8 जून के बाद से ही शिक्षा विभाग कुछ ज्यादा ही एक्शन में है. आईएएस के.के पाठक के शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव बनकर आने के बाद से विभाग में ताबडतोड़ फैसले लिए जा रहे है. जिसमें स्कूलों में निरीक्षण का कार्य सबसे ज्यादा तेजी से चल रहा है. पटना जिले में स्कूलों के औचक निरीक्षण में बिना सूचना के अनुपस्थित पाए गए 77 शिक्षकों का वेतन अगले आदेश तक रोक दिया गया है. माना जा रहा है कि शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर की शिकायत सिर्फ है ये की उनकी अनदेखी की जा रही है. इसलिए वो अधिकारियों को कार्यशैली सुधारने की नसीहत दे रहे हैं.
ये भी पढ़ें- UCC पर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की महत्वपूर्ण बैठक,बिहार में भी विरोध तेज