Online Cricket Betting Gang बलौदाबाजार: जिले में ऑनलाइन आईपीएल क्रिकेट सट्टा संचालित करने वाले एक बड़े अंतर्राज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए पुलिस ने गोवा से 15 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. एसपी भावना गुप्ता के निर्देशन में की गई इस कार्रवाई को बड़ी सफलता माना जा रहा है. आरोपियों के पास से करोड़ों रुपए के लेन-देन से जुड़ी जानकारी और 8.15 लाख रुपए के इलेक्ट्रॉनिक गैजेट भी जब्त किए गए हैं.
Online Cricket Betting Gang : खुफिया सूचना पर हुई छापेमारी
भाटापारा पुलिस को शहर में ऑनलाइन सट्टा संचालित करने की सूचना मिली थी. जांच के दौरान पता चला कि आरोपी खेलो यार, आरबीसी 139 और विनबज 7 नामक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिए क्रिकेट सट्टा संचालित कर रहे थे. एसपी भावना गुप्ता के निर्देशन और एएसपी बलौदाबाजार अभिषेक सिंह, एएसपी भाटापारा हेमसागर सिदार और एसडीओपी तारेश साहू के मार्गदर्शन में भाटापारा सिटी थाना और साइबर सेल की संयुक्त टीम ने योजनाबद्ध तरीके से बोगमालो, गोवा में दबिश दी. इस दौरान 15 आरोपियों को मोबाइल, टीवी, लैपटॉप और अन्य डिवाइस के जरिए ऑनलाइन सट्टा संचालित करते रंगे हाथों पकड़ा गया.
पूछताछ में पता चला कि गिरोह का मुख्यालय गोवा में है, जहां से वे देशभर में फैले लॉगिन आईडी के जरिए सट्टा चला रहे थे. आरोपियों से बरामद बैंक खातों की जांच में करोड़ों रुपए के ऑनलाइन ट्रांजेक्शन का पता चला है. गिरफ्तार आरोपियों में छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश के युवक शामिल हैं. इनमें दुर्ग, रायपुर, भाटापारा, रीवा, नागपुर, अमरावती, शोलापुर, भदोही और सुल्तानपुर के आरोपी शामिल हैं. पुलिस द्वारा जब्त किए गए उपकरणों में मोबाइल फोन, लैपटॉप, इंटरनेट डिवाइस और टीवी शामिल हैं, जिनका इस्तेमाल आईपीएल सट्टा संचालन में किया जा रहा था. साथ ही, जिन तीन पैनलों के जरिए सट्टा चलाया जा रहा था, उनके शाखा कार्यालयों में काम करने वाले आरोपियों के खिलाफ भी कार्रवाई की गई है.
गिरफ्तार आरोपियों के नाम
अमन देवांगन, गौरव पांडे, चंद्रशेखर चौबे, एजाज शेख, दीपक सबलानी, सौरभ शुक्ला, अर्पित जैन, फैजान खान, जेसन स्टैनिस्लास, प्रदीप यादव, मनीष पाटिल, फुरकान अहमद, एहसान अली, अनुराग तिवारी और कपिल हबलानी. पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता ने बताया कि तकनीकी विश्लेषण एवं गोपनीय सूचना के आधार पर की गई यह कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी, ऑनलाइन जुए के खिलाफ जिले में कड़ी निगरानी एवं सख्त कार्रवाई की जा रही है, ताकि इस तरह के अवैध कारोबार को जड़ से खत्म किया जा सके.