छत्तीसगढ़ में जिला अध्यक्षों की नई नियुक्ति को लेकर छत्तीसगढ़ के पूर्व खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने खास बातचीत में बड़ा बयान दिया है. सरगुजा जिला में कांग्रेस के 6 महीने पहले बने जिला अध्यक्ष बालकृष्ण पाठक को लेकर भी उन्होंने कई बात कहीं हैं.
कांग्रेस जिला अध्यक्ष को लेकर सियासत, अमरजीत भगत बोले- युवा दावेदार आ रहे
अमरजीत भगत ने कहा है कि उत्साही युवा भी अध्यक्ष पद के लिए दावेदारी कर रहे हैं उनके पास उनके फोन आ रहे हैं ऐसे में वे उन्हें कैसे मना करें, उनकी भावनाओं को कैसे ठेस पहुंचाए. तो उन्होंने यह भी कहा है कि बालकृष्ण पाठक उनके राजनीतिक गुरु की तरह हैं. उनके आने के बाद संगठन और अधिक एक्टिव हुआ है. हालांकि उन्होंने कहा, जिला अध्यक्ष बनाने के लिए तय मापदंड तय किया गया है. अमरजीत भगत ने कहा है कि जिसके पास टीम होगा, उन्हें जिला अध्यक्ष बनाया जाना चाहिए, क्योंकि टीम होने के बाद ही नए जिला अध्यक्ष सही तरीके से नेतृत्व कर पाएंगे.
एमसीबी जिले में संगठन सृजन अभियान के दौरान पर्यवेक्षक के सामने हंगामा करने के मामले में भी उन्होंने कहा है कि यह गलत है, ऐसा नहीं करना चाहिए. अमरजीत भगत ने ही वर्तमान सरकार को भी कामकाज के आधार पर नंबर दिया है. भगत ने कहा है कि वह सरकार को 10 में 5 नंबर देंगे और शेष पांच नंबर राज्यपाल को.
सरगुजा में चार हैं दावेदार, बनना चाहते हैं अध्यक्ष
सरगुजा जिला अध्यक्ष बनने के लिए कांग्रेस कई कार्यकर्ता सामने आ रहे हैं. अभी तक तीन नाम का चर्चा चल रहा है जो दावेदारी कर रहे हैं, उनमें सबसे पहला नाम राजू बाबरा और दानिश रफीक का है. इसके अलावा दीपक मिश्रा का नाम भी दावेदारों में शामिल है. ये तीनों ही अमरजीत भगत के करीबी हैं. दूसरी तरफ अनिल कर्नल भी दावेदारी कर रहे हैं.
लेकिन आगे क्या होगा, सब साफ है
माना जा रहा है कि बालकृष्ण पाठक को कांग्रेस ने 6 महीने पहले ही जिला अध्यक्ष का कमान सौंपा है, तो दूसरी तरफ बालकृष्ण पाठक कांग्रेस के सीनियर लीडर TS सिंहदेव के बेहद करीबी हैं. सिंह देव ने ही बालकृष्ण पाठक को जिला अध्यक्ष बनवाया है, राजनीतिक हलके में इसकी चर्चा शुरू से रही है। बालकृष्ण पाठक कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में पादप बोर्ड के अध्यक्ष रह चुके हैं इसके अलावा भी इससे पहले भी एक बार कांग्रेस के जिला अध्यक्ष थे. इन वजहों से सरगुजा में जिला अध्यक्ष बदले जाएंगे इसकी उम्मीद बेहद कम है क्योंकि बालकृष्ण पाठक के जिला अध्यक्ष बनने के बाद से सरगुजा में कांग्रेस एक्टिव भी दिखाई दी है. हालांकि बड़ी बात यह है कि आने वाले दिनों में सरगुजा में कांग्रेस की राजनैतिक स्थिति कैसी बनती है यह देखना दिलचस्प होगा.