सहरसा: दिसंबर बीतने के बाद से ही सर्दी अपने जोरों पर पहुंचने लगी है. कई जगहों पर कोहरे के कारण विजिबिलिटी जीरो हो गई है. कोहरे के साथ शीतलहर Cold wave भी अपना कहर बरपा रही है. इसका सबसे ज्यादा असर स्कूली बच्चों पर दिखाई दे रहा है. हालात को देखते हुए बढ़ती ठंड के कारण कई जिलों में स्कूलों की छुट्टी घोषित कर दी गई है. इस निर्णय के तहत स्कूलों के संचालन की टाइमिंग में कोई बदलाव किया जाएगा अथवा स्कूल अगले आदेश तक के लिए बंद कर दिए जाएंगे. इस बीच, कोसी प्रमंडल के आयुक्त ने जारी शीत लहर के मद्देनजर स्कूलों के संचालन की अवधि में बदलाव कर दिया है.
Cold wave से स्कूली बच्चों को परेशानी
सूबे में शीतलहर का प्रकोप बढ़ गया है. कुछ समय से काफी जिलों में अपेक्षा से अधिक ठंड पड़ने लग गई है. कोहरे के कारण लोगों ने सड़क पर मॉर्निंग वॉक करना बंद कर दिया है. शीतलहर का असर अब बच्चों की पढ़ाई पर भी पड़ने लगा है. हड्डी गला देने वाली इस ठंड के चलते छोटे-छोटे बच्चे स्कूल जाना नहीं चाहते और न उनके घरवाले बच्चों को स्कूल भेजना चाहते है. स्कूल जाने ने सबसे अधिक परेशानी उन बच्चों को होती है, जो पैदल या बाइक से आते-जाते हैं.
स्कूलों के संचालन की अवधि में बदलाव
सभी जिलों में शीतलहर के चलते बच्चों के हित में शीघ्र ही कोई निर्णय लिया जाने की उम्मीद थी. इस निर्णय के तहत स्कूलों के संचालन की टाइमिंग में कोई बदलाव किया जाएगा अथवा स्कूल अगले आदेश तक के लिए बंद कर दिए जाएंगे. इस बीच, कोसी प्रमंडल के आयुक्त ने जारी शीतलहर के मद्देनजर स्कूलों के संचालन की अवधि में बदलाव कर दिया है. प्रमंडलीय आयुक्त का स्कूलों की टाइमिंग में बदलाव का प्रभाव तीन जिले सहरसा, मधेपुरा और सुपौल में प्रभावी होगा. शिक्षा विभाग के एसीएस केके पाठक के पत्र के आलोक में शैक्षणिक अवधि में बदलाव किया गया है.
मिशन दक्ष भी रहेगा संचालित
तीनों जिलों के डीएम को भेजे पत्र में कक्षा एक से आठ तक का टाइम सुबह 10 बजे से दोपहर 3:30 बजे तक और कक्षा नौ से 12वीं तक के लिए सुबह 9:30 बजे से शाम 4:00 बजे तक निर्धारित कर दिया है. कक्षा एक से तीन से कक्षा आठ तक के बच्चों के लिए संचालित ‘मिशन दक्ष’ और कक्षा नौ से कक्षा 12 वीं तक के लिए संचालित विशेष कक्षा का संचालन उसी अवधि में कराया जाएगा. इस निर्धारित अवधि का अनुपालन दृढ़ता से पालन कराने को कहा गया है. शिक्षा विभाग के स्तर से हाल में सरकारी स्कूलों के संचालन की अवधि सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक निर्धारित की गई थी. इसी टाइमिंग से शिक्षक और बच्चे स्कूल आते जाते हैं.