Thursday, December 12, 2024

Amit Shah: सीबीआई पर मोदी को फंसाने के लिए दबाव बनाने का आरोप लगा फंस गए शाह, अब विपक्ष ले रहा है मज़ा

केंद्रीय जांच एजेंसियां जैसे ईडी और सीबीआई सरकार का तोता है या नहीं इसको लेकर एक बार फिर बहस शुरू हो गई है. 2014 चुनाव से पहले बीजेपी और तब गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसको लेकर कांग्रेस पर जमकर हमला किया था लेकिन अब वैसे ही हमले विपक्ष मोदी सरकार पर कर रहा है.

14 विपक्षी पार्टियां पहुंची कोर्ट

बुधवार यानी 29 मार्च को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने केंद्रीय एजेंसियों के गलत इस्तेमाल को लेकर एक टीवी चैनल पर कहा कि यूपीए सरकार में मुझपर सीबीआई ने मोदी को फंसाने के लिए दबाव बनाया था. अमित शाह का ये बयान कांग्रेस समेत 14 विपक्षी दलों के एकजुट होकर सुप्रीम कोर्ट जाने के बाद आया है. आपको याद दिला दें कि जांच एजेंसियों के दुरुपयोग’ का आरोप लगाते हुए 24 मार्च को 14 विपक्षी पार्टियों ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था.

इस मामले में 5 अप्रैल को सुनवाई होगी. विपक्षी पार्टियों का कहना था कि, “हम किसी लंबित मामले में दखल की मांग नहीं कर रहे लेकिन गिरफ्तारी और बेल पर कोर्ट दिशानिर्देश तय करे.” विपक्ष के वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने आरोप लगाया था कि विपक्षी नेताओं को लगातार निशाना बनाया जा रहा है. अपने आरोप के पक्ष में विपक्ष ने कोर्ट के सामने कहा था कि, “95 प्रतिशत मामले विपक्षी नेताओं के खिलाफ हैं.” याचिका में मुख्य न्यायाधीश डी. वाई चंद्रचूड़ (DY Chandrachud) से मांग की गई थी कि वो केंद्रीय जांच एजेंसियों और निचली अदालतों को गिरफ्तारी, रिमांड और जमानत देने के लिए स्पष्ट दिशानिर्देश जारी करें.

इसके साथ ही विपक्ष ने कोर्ट से ये भी कहा था कि जो नेता छापों के बाद बीजेपी में शामिल हो जाते हैं उनके खिलाफ या तो मामले खत्म हो जाते हैं या उनपर कार्रवाई रोक दी जाती है.

विपक्ष के इस बात के जवाब में ही अमित शाह ने कहा था कि, “मैं आपको बताता हूं कि एजेंसियों का गलत इस्तेमाल कैसे किया गया. मैं इसका शिकार हो चुका हूं. जब मैं गुजरात का गृहमंत्री था, तब एक एनकाउंटर हुआ. तब मुझपर सीबीआई ने केस फाइल किया और मुझे गिरफ्तार किया गया. उस समय सीबीआई ने पूछताछ के दौरान 90% पूछताछ के दौरान मुझसे सिर्फ ये कहा, “क्यों परेशान हो रहे हो. मोदी का नाम ले लो और हम तुम्हें छोड़ देंगे.”

तेजस्वी और गहलोत ने अमित शाह को घेरा

अमित शाह के निशाने पर कांग्रेस थी लेकिन इस बयान को लपक लिया बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने, तेजस्वी ने कहा कि “मुझे नहीं पता यह सच है या नहीं लेकिन उन्होंने(अमित शाह) कहा है कि उनपर CBI ने ‘दबाव’ बनाया. मतलब वे मानते हैं कि इस समय वे भी एजेंसियों पर दबाव डाल रहे हैं.”
यानी तेजस्वी यादव, जिनके सर पर जमीन के बदले नौकरी मामले में गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है उन्होंने अमित शाह को उनके ही बयान में उलझा लिया. तेजस्वी पहले ही दिल्ली हाई कोर्ट से 31 मार्च तक अपनी गिरफ्तारी पर रोक लगवा चुके हैं और अब अमित शाह के बयान का हवाला देकर वह गिरफ्तार होने पर खुद को शहीद भी साबित कर देंगे.

उधर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी शाह पर हमला बोल दिया है. उन्होंने पूछा कि क्या दिल्ली पुलिस अमित शाह को भी नोटिस देकर उनके लगाए आरोपों के लिए उनसे पूछताछ करेगी. आपको याद होगा दिल्ली पुलिस ने कांग्रेस के पूर्व सांसद से उनके भारत जोड़ो यात्रा के दौरान दिए महिलाओं के हिंसा के संबंध में दिए बयानों पर नोटिस देकर जांच शुरु की थी.

बीजेपी का हर दाव पड़ रहा है उलटा

आजकल बीजेपी का हर वार उसपर उलटा ही पड़ रहा है. जहां वो विपक्ष खासकर कांग्रेस के लिए जाल बुनती है वहीं कोई न कोई छोटा दल उस जाल को कुतरना शुरु कर देता है. ऐसे में 5 अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई से पहले अमित शाह का ये बयान कोर्ट में उनके पक्ष को कमज़ोर भी कर सकता है.

क्योंकि विपक्ष अब ये सवाल जरूर करेगा कि अमित शाह उन अधिकारियों के नाम बताएं जो उन पर मोदी का नाम लेने के लिए दबाव बना रहे थे और ये भी बताएं कि 2014 में बीजेपी की सरकार बनने के बाद उन अधिकारियों को क्या सज़ा दी गई या फिर कहीं ऐसा तो नहीं कि उन अधिकारियों और एजेंसियों का इस्तेमाल अब खुद अमित शाह विपक्ष के खिलाफ कर रहे हैं. क्या आपको भी लगता है कि चुनाव आयोग की नियुक्ति को लेकर जिस तरह कोर्ट ने फैसला सुनाया, उसी तरह इन जांच एजेंसियों को भी सरकार के कब्जे से मुक्ति कोर्ट दिला पाएगा.

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