Apple Loses: iPhone बनाने वाली कंपनी Apple की मुश्किलें बढ़ती हुई नज़र आ रही हैं. अमेरिका के न्याय विभाग और 16 स्टेट अटॉर्नी जनरल ने गुरुवार को एप्पल कंपनी के खिलाफ एंटीट्रस्ट लॉशूट किया है. यूरोप की कंपनी की जांच की जा रही है कि क्या वह क्षेत्र के डिजिटल बाजार के रूल्स का पालन कर रहा है या नहीं.
Apple कंपनी पर दायर हुए मुकदमा
यह पहली बार नहीं है जब एप्पल के ऊपर इस तरह की जांच हो रही है. कंपनी और उससे जुड़े लोग सालों से कॉम्पिटिटर्स को पीछे छोड़ खुद को लाभ पहुंचाने जैसे आरोपों का सामना कर रहे हैं, जैसे जैसे एप्पल को लोग पसंद कर रहे हैं और इसकी डिमांड बढ़ रही है, तबसे प्रशासन भी इसके प्रति सतर्क हो गया है और इस पर ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है. एप्पल ने अंतित्रुत लॉ का उल्लंघन कई नीतियों को रेस्ट्रिक्ट और कम्पटीशन को रोक कर किया है, जो अन्य कंपनी को डिजिटल वॉलेट जैसे अपने प्रोडक्ट को कंप्लीट करने वाली एप्लीकेशन पेश करने से रोक देता है. इसकी वजह से iPhone की कीमत कम हो जाती है.
एपल कंपनी के शेयर में आई गिरावट
जानकारी के मुताबिक, भारत में पिछले एक दशक में मोबाइल का उत्पादन तेजी से बढ़ रहा है. वर्तमान वित्त वर्ष में अप्रैल-दिसंबर के दौरान अमेरिका से भारत का स्मार्टफोन निर्यात बढ़कर 3.53 अरब डॉलर हो गया था, जो वित्त वर्ष 2022-23 की समान अवधि में 99.8 करोड़ डॉलर था. अब गुरुवार को एपल कंपनी के शेयर 4.1 फीसदी कम हो गए हैं. इसकी वजह से एक ही दिन में कंपनी के बाजार कीमत में करीब 113 अरब डॉलर की गिरावट हुई है.
एपल छोटी कपनियों का कर रही है नुकसान
न्यू जर्सी डिस्ट्रिक्ट के लिए अमेरिकी जिला न्यायालय में दायर मुकदमे के मुताबिक, एपल के काम से उपभोक्ताओं और उसकी सेवाओं के साथ कंपटीशन करने वाली छोटी कंपनियों को नुकसान हो रहा है. सरकार ने दावा करते हुए कहा है कि एपल ने पिछले कुछ सालों में उसके smartphone एकाधिकार को मजबूत बनाया है. जिससे अनुचित लाभ हुआ है. मुकदमे के केंद्र में एपल का प्रमुख उत्पाद iPhone है. आलोचकों के अनुसार एपल अपने डिवाइस पर यूजर्स एक्सपीरिएंश को कंट्रोल करता है. अपने ही प्रोडक्ट और फीचर्स को कंपटीटर्स से ज्यादा तरजीह देता है.
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George Washington University लॉ स्कूल में एंटीट्रस्ट प्रोफेसर बिल कोवासिक ने कहा कि एक साथ कई मामले सामने आने की वजह से कंपनी को भारी नुकसान हो सकता है. अगर कंपनी मुकदमे को जीत भी गई, तब भी वह दूसरी तरीके से हार चुके होंगे.
एपल ने अमेरिकी जिला न्यायालय के मुकदमे को बताया गलत
एपल ने अमेरिकी जिला न्यायालय में दायर मुकदमे को नहीं माना है और मुक़दमे को गलत बताया है. एपल ने साथ ही चेतावनी भी दी और कहा है कि इस कार्रवाई से कंपनी की इन्वोशन की क्षमता पर असर पड़ सकता है. प्रौद्योगिकी डिजाइन में सरकार के दखल करने पर एक खतरनाक मिसाल कायम कर सकती है. कंपनी ने कार्रवाई के खिलाफ सख्ती से बचाव करने की कसम खाई. हालांकि, कंपनी ने यूरोपीय जांच पर कुछ नहीं कहा है.