Sunday, June 22, 2025

Iran-Israel War: ईरान-इजरायल के बीच बन रहे युद्ध जैसे हालात, ईरान के एक कदम से मुश्किल में आ जाएगा भारत, जानिए कैसे

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Iran-Israel War: ईरान और इजरायल के बीच तनाव बढ़ता ही जा रहा है. दोनों देशों के बीच युद्ध जैसे हालत नज़र आ रहे हैं. इस वजह से भारत की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. ईरान का केवल एक कद भारत को मुश्किलों में डाल सकता है. इस समय पूरी दुनिया की नज़र इन दोनों देशों पर हैं. युद्ध जैसी स्थिति बनने के लिए तैयार हैं. इसी वजह से भारत की चिंता बढ़ती हुई नज़र आ रही हैं.

दरअसल ईरान-इजरायल पर विश्लेषकों ने कहा है कि अगर ईरान ने होमुर्ज जल डमरूमध्य में रुकावट आई तो  कच्चे तेल और एलएनजी की कीमतें बढ़ सकती हैं. इस जलडमरूमध्य से भारत जैसे देश, सऊदी अरब, इराक और यूएई से कच्चा तेल आयात करते हैं. ईरान और इजरायल के बीच संघर्ष पिछले कुछ दिनों में बढ़ गया है. ईरान ने पहले इजरायल पर ड्रोन और रॉकेट से हमले किए और इसेक बाद इजरायल ने मिसाइल दागकर जवाब दिया.

आपको बता दें कि संघर्ष के बाद कच्चे तेल की कीमतें 90 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल के आसपास पहुंच गई. जानकारों के अनुसार तनाव कम करने के प्रयासों से संकट पर नियंत्रण होने की संभावना है,अगर ईरान ने होर्मुज जलडमरूमध्य को अवरुद्ध किया तो तेल और एलएनजी की कीमतें तेजी से बढ़ेगी. होर्मुज जलडमरूमध्य ओमान और ईरान के बीच करीबन 40 किलोमीटर चौड़ी समुंद्री पट्टी है. इस मार्ग के जरिए सऊदी अरब (63 लाख बैरल प्रतिदिन), यूएई, कुवैत, कतर, इराक (33 लाख बैरल प्रतिदिन) और ईरान (13 लाख बैरल प्रतिदिन) कच्चे तेल का निर्यात करते हैं.

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वैश्विक एलएनजी व्यापार का ;लगभग 20 फीसदी हिस्सा इसके जरिए जाता है. इसमें कतर और यूएई (UAE) से लगभग सभी एलएनजी निर्यात शामिल है. जानकारों ने कहा कि इस तरलीकृत प्राकृतिक गैस के लिए कोई वैकल्पिक मार्ग उपलब्ध नहीं है. भारत सऊदी, अरब, इराक और यूएई (UAE) से तले के साथ ही एलएनजी का आयात इसी मार्ग से करता है.

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