व्यापार: जोहो के संस्थापक श्रीधर वेम्बू ने मंगलवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से मुलाकात की। यह मुलाकात ऐसे समय पर हुई जब सरकार अधिक से अधिक भारतीय उत्पादों के उपयोग पर जोर दे रही है। इस बीच, जोहो फाउंडर ने कहा है कि कंपनी के सभी उत्पाद स्थानीय स्तर पर विकसित किए जाते हैं और दुनियाभर से होने वाली आय पर भारत में कर चुकाया जाता है
जोहो के सह-संस्थापक श्रीधर वेम्बू ने सोशल मीडिया पर फैल रही गलत सूचनाओं के बीच अपनी कंपनी के विकास, डेटा होस्टिंग और वैश्विक संचालन से जुड़ी अहम जानकारियों पर अपना रुख साफ किया है। एक सोशल पोस्ट में वेम्बू ने जोर देकर कहा कि सभी जोहो उत्पाद भारत में विकसित किए जाते हैं और कंपनी अपनी वैश्विक आय पर भारत में कर चुकाती है।
कंपनी की वैश्विक मौजूदगी से जुड़े सवालों का जवाब देते हुए वेम्बू ने कहा कि जोहो का वैश्विक मुख्यालय चेन्नई में है और कंपनी के 80 से अधिक देशों में कार्यालय हैं। अमेरिका में भी कंपनी की मजबूत उपस्थिति है, यह कंपनी के प्रमुख बाजारों में से एक है।
ग्राहकों के डेटा पर वेम्बू ने साफ किया कि भारतीय ग्राहकों का डेटा भारत में, विशेष रूप से मुंबई, दिल्ली और चेन्नई में होस्ट किया जाता है। जल्द ही ओडिशा में भी इसके विस्तार की योजना है। उन्होंने आगे बताया कि जोहो के दुनिया भर में 18 से अधिक डेटा सेंटर हैं। इनमें से हर एक संबंधित देश या क्षेत्र का डेटा होस्ट करता है।
जोहो फाउंडर ने साफ किया कि कंपनी के उत्पाद AWS, Azure या GCloud जैसे प्रमुख क्लाउड प्लेटफॉर्म पर होस्ट नहीं किए जाते हैं। उन्होंने बताया कि कंपनी का मैसेजिंग प्लेटफ़ॉर्म Arattai इनमें से किसी भी क्लाउड प्रदाता पर होस्ट नहीं किया गया है। केवल क्षेत्रीय स्विचिंग नोड्स के लिए कुछ सेवाओं का उपयोग ट्रैफिक को तेज करने के लिए किया जाता है। यह काम उन पर डेटा स्टोर किए बिना किया जाता है।
वैश्विक एप स्टोर पर जोहो की मौजूदगी पर उन्होंने बताया कि एपल एप स्टोर और गूगल प्ले स्टोर में उनके डेवलपर अकाउंट में अमेरिकी कार्यालय का पता दर्ज है क्योंकि इसे शुरुआती दिनों में अमेरिका में एक कर्मचारी ने परीक्षण के उद्देश्य से पंजीकृत कराया था और यह पता कभी अपडेट नहीं किया गया। अपने पोस्ट के आखिर में वेम्बू ने जोहो की "मेड इन इंडिया, मेड फॉर द वर्ल्ड" की प्रतिबद्धता दोहराई।
हाल ही में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने जोहो की जबरदस्त सराहना की थी। उन्होंने कहा था, "स्वदेशी उत्पाद इस्तेमाल करने का एहसास किसी और चीज़ से कम नहीं है। मुझे अराटाई पर होने पर गर्व है। यह एक मेड इन इंडिया मैसेजिंग प्लेटफॉर्म है जो भारत को और करीब लाता है। मैं और मेरी टीम इसमें शामिल हैं।"