अक्सर लोग अपनी उम्र के सामने घुटने टेक देते हैं. रिटायरमेंट के बाद घर की चारदिवारी ही उनका ऑफिस और बिस्तर उनका डेस्क बन जाता है. बढ़ती उम्र के साथ लोगों के काम करने की चाहत कम होने लगती है, लेकिन एक शख्स ऐसा भी है जो 91 साल के उम्र में भी काम कर रहे हैं. सिर्फ काम ही नहीं बल्कि कामयाबी के झंडे गाड़ रहे हैं. उनकी उम्र से उनकी कंपनी बस कुछ ही साल छोटी है. 84 साल पहले शुरू की गई अपनी कंपनी की बदौलत वो भारत के 100 अमीरों की लिस्ट में शामिल हो गए हैं. फोर्ब्स ने उन्हें Indias 100 Richest की लिस्ट में शामिल किया है|
91 साल के अरबपति
अरबपतियों की लिस्ट में आप सिर्फ अंबानी-अडानी के बारे में जानते होंगे, लेकिन इस लिस्ट में एक नाम ऐसा भी है, जो बिना किसी शोर-शराबे के अपनी दौलत बढ़ा रहा है. फोर्ब्स की इस लिस्ट में 99वें नंबर पर 91 साल के बजरंग लाल तापड़िया (Bajranglal Taparia) का नाम है. बजरंग लाल तापड़िया को भारत का 'प्लास्टिक किंग' कहा जाता है. भारत की सबसे बड़ी प्लास्टिक प्रोडक्ट्स बनाने वाली कंपनियों में से एक Supreme Industries के फाउंडर बजरंग तापड़िया ने उम्र को पीछे छोड़ दिया है|
1942 में शुरुआत
राजस्थान के एक गांव जसवंतगढ़ के रहने वाले बीएल तापड़िया ने साल 1942 में छोटी की फैक्ट्री लगाई, धीरे-धीरे इसे बड़ा बनाने का काम करते रहे. कंपनी को नई ऊंचाईयों पर पहुंचाया. आज उनकी कंपनी के प्रोडक्ट्स अधिकांश घरों में मिलेंगे. देशभर में सुप्रीम इंडस्ट्रीज के 35 से अधिक कारखाने है. सिर्फ कुर्सियां ही नहीं, टेबल, मोल्डेड फ़र्नीचर और कंपोजिट गैस सिलेंडर से लेकर बाथरूम फिटिंग और स्टोरेज सॉल्युशन्स तक विस्तार किया. आज उनकी कंपनी सिर्फ भारत ही नहीं दुनिया के 55 देशों में अपने प्रोडक्ट्स सेल करती है.तरक्की के साथ ये अपने परोपकार के लिए चर्चा में रहते हैं. उन्हें जसवंतगढ़ के भामाशाह कहा जाता है|
कितनी है दौलत
मुंबई में रहने वाले बीएल तपाड़िया के पास 3.22 अरब डॉलर यानी 2,85,61,56,10,000 रुपये की दौलत है. उनकी कंपनी सुप्रीम इंडस्ट्रीज का मार्केट कैप 471.24 अरब डॉलर के करीब है. उनकी कंपनी मार्केट में लिस्ट है |

