शुक्रवार को लोकसभा में भारी हंगामे की उम्मीद है. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा तैयार किए गए मनमोहन सरकार के दौरान अर्थव्यवस्था के हाल पर ‘श्वेत पत्र’ पर आज चर्चा होगी. यह ‘श्वेत पत्र’ कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूपीए शासन के 10 वर्षों के दौरान नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के 10 वर्षों के आर्थिक प्रबंधन की तुलना करते हुए बनाया गया है.
60 पेज का है श्वेत पत्र
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा तैयार किया गया ये श्वेत पत्र 60 पेज का है. इस ‘श्वेत पत्र’ में दावा किया गया कि देश के सामने जो बैंकिंग संकट आया वो मनमोहन सिंह सरकार देन था. इसके साथ ही इसमें आरोप लगाया गया कि यूपीए सरकार ने 2004 में सत्ता में आने के पिछली बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार की खड़ी की गई मजबूत अर्थव्यवस्था की नींव को छोड़, आर्थिक सुधारों से मुंह मोड़ लिया था.
मनमोहन सिंह की कौन सी योजना इन्होंने खत्म की जो आलोचना करते हैं?
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा लोकसभा में यूपीए के दौरान ‘भारतीय अर्थव्यवस्था पर श्वेत पत्र’ पेश करने पर कांग्रेस सांसद राजीव शुक्ला ने कहा, “मुझे ये श्वेत पत्र हास्यास्पद लगता है. मनमोहन सरकार की योजनाओं को आगे बढ़ाकर मौजूदा भाजपा सरकार सारा श्रेय ले रही है. मनमोहन सिंह की कौन सी योजना इन्होंने खत्म की जो आलोचना करते हैं? चंद्रयान तक को मनमोहन सरकार ने मंजूरी दी थी. खाद्य सुरक्षा बिल मनमोहन सिंह ने पास किया था….”
#WATCH दिल्ली: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा लोकसभा में ‘भारतीय अर्थव्यवस्था पर श्वेत पत्र’ पेश करने पर कांग्रेस सांसद राजीव शुक्ला ने कहा, “मुझे ये श्वेत पत्र हास्यास्पद लगता है। मनमोहन सरकार की योजनाओं को आगे बढ़ाकर मौजूदा भाजपा सरकार सारा श्रेय ले रही है। मनमोहन… pic.twitter.com/p0S49ueS8u
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 9, 2024
भारत के लोग प्रधानमंत्री मोदी के झांसे में नहीं आएंगे
वहीं कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा, “श्वेत पत्र और कुछ नहीं बल्कि प्रधानमंत्री मोदी के विफल वादों, 20 करोड़ नौकरियां पैदा करने में उनकी विफलता, किसानों की आय दोगुनी करने में उनकी विफलता, महिलाओं के जीवन को बेहतर बनाने में उनकी विफलता आदि से जनता का ध्यान हटाने का एक प्रयास है. इन झूठों को इस श्वेत पत्र से दबाने की कोशिश की जा रही है, भारत के लोग प्रधानमंत्री मोदी के झांसे में नहीं आएंगे. आने वाले लोकसभा चुनाव में बेरोजगारी महंगाई जैसे असली मुद्दे जनता पर हावी रहेंगे.”
#WATCH दिल्ली: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा लोकसभा में ‘भारतीय अर्थव्यवस्था पर श्वेत पत्र’ पेश करने पर कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा, “श्वेत पत्र और कुछ नहीं बल्कि प्रधानमंत्री मोदी के विफल वादों, 20 करोड़ नौकरियां पैदा करने में उनकी विफलता, किसानों की आय… pic.twitter.com/GocbWJP19n
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हम अर्थव्यवस्था में टॉप 5 में पहुंचे गए
केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा, “वित्त मंत्री ने अंतरिम बजट के दौरान श्वेत पत्र का उल्लेख किया था इसलिए ये श्वेत पत्र आ रहा है… उनके (कांग्रेस) समय में अर्थव्यवस्था को लेकर खराब प्रशासन हुआ था जिसके कारण वे अर्थव्यवस्था में फाइव फ्रैजाइल की श्रेणी में पहुंच गए थे. लेकिन अब हम अर्थव्यवस्था में टॉप पांच में पहुंच गए हैं. तो लोगों को यह जानने का अधिकार है कि मोदी सरकार ने क्या नीतियां अपनाई जिससे हम अर्थव्यवस्था में टॉप 5 में पहुंचे गए…”
#WATCH दिल्ली: केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा, “वित्त मंत्री ने अंतरिम बजट के दौरान श्वेत पत्र का उल्लेख किया था इसलिए ये श्वेत पत्र आ रहा है… उनके (कांग्रेस) समय में अर्थव्यवस्था को लेकर खराब प्रशासन हुआ था जिसके कारण वे अर्थव्यवस्था में फाइव फ्रैजाइल की श्रेणी में… pic.twitter.com/240ZUDshsE
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