राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह का मायावती के स्वागत करने के बाद समारोह में शामिल नहीं होना और उसको लेकर चुप्पी बनाए रखने के बीच उनके भतीजे आकाश आनंद ने मंदिर के उद्घाटन को बीजेपी की बड़ी गलती बताया है. आकाश आनंद ने एक्स पर किए एक पोस्ट में कहा कि, सिर्फ प्रोटोकॉल में प्रधानमंत्री को सर्वोच्च रखने के लिए बीजेपी की सरकार ने बड़ी गलती कर दी.
आकाश आनंद ने पोस्ट में क्या लिखा
तो आपको बतां दे मायावती के भतीजे आकाश आनंद ने अपनी पोस्ट में लिखा, “22 जनवरी 2024 की तारीख भारत के इतिहास में दर्ज हो गई है, और बेहतर होता कि आदिवासी समाज से आने वाली देश की राष्ट्रपति आदरणीय द्रौपदी मुर्मू जी भी कार्यक्रम में मौजूद रहती. सिर्फ प्रोटोकॉल में प्रधानमंत्री को सर्वोच्च रखने के लिए बीजेपी की सरकार ने बड़ी गलती कर दी.”
22 जनवरी 2024 की तारीख भारत के इतिहास में दर्ज हो गई है, और बेहतर होता कि आदिवासी समाज से आने वाली देश की राष्ट्रपति आदरणीय द्रौपदी मुर्मू जी भी कार्यक्रम में मौजूद रहती।
सिर्फ प्रोटोकॉल में प्रधानमंत्री को सर्वोच्च रखने के लिए बीजेपी की सरकार ने बड़ी गलती कर दी।
— Akash Anand (@AnandAkash_BSP) January 22, 2024
मायावती ने किया था राम मंदिर उद्घाटन का स्वागत
इससे पहले 15 जनवरी को मायावती ने राम मंदिर उद्घाटन का स्वागत किया था और कहा था कि उनकी पार्टी एक धर्मनिरपेक्ष पार्टी है. मायावती ने एक प्रेंस कॉन्फ्रेंस में कहा था, “मुझे राम मंदिर उद्घाटन का निमंत्रण मिला है. पार्टी के काम में व्यस्त होने के कारण मैंने अभी तक समारोह में शामिल होने पर फैसला नहीं लिया है’ 22 जनवरी को अयोध्या में आयोजित होने वाले कार्यक्रम का बसपा स्वागत करती है. बसपा अयोध्या में मस्जिद निर्माण का भी स्वागत करेगी. बसपा एक धर्मनिरपेक्ष पार्टी है. इसमें सभी धर्मों और समुदायों का सम्मान है, ” हलांकि सोमवार को अयोध्या में हुए समारोह में बीएसपी सुप्रीमो मायावती शामिल नहीं हुई.
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