2 साल से यूपी पुलिस के लिए सिर दर्द बने IPS अधिकारी मणिलाल पाटीदार आखिरकार शनिवार को लखनऊ कोर्ट में आत्मसमर्पन कर दिया है .मणिलाल पाटीदार पर एक व्यापारी से 6 लाख रुपये रिश्वत मांगने का आरोप हैं. जिस व्यापारी से रिश्वत मांगी गई थी उस व्यापारी का शव 8 सितंबर 2020 को एक कार में मिली थी,व्यापारी को गोली मारी गई थी. इस व्यापारी की मौत के बाद आइपीएस मणिलाल को निलंबित कर दिया गया था. निलंबित आईपीएस मणिलाल पाटीदार के खिलाफ विजिलेंस की जांच भी चल रही थी. अपने खिलाफ हो रही जांच के बाद IPS मणिलाल फरार थे. यहां तक की इनका पता देने वाले को यूपी पुलिस ने एक लाख रुपये का इनाम भी घोषित कर रखा था.
2014 बैच के आईपीएस मणिलाल पाटीदार को 9 सितंबर 2020 को निलंबित किया गया था.इनके खिलाफ महोबा के क्रेसर कारोबारी इंद्रकांत त्रिपाठी को आत्महत्या को आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज हुआ था.महोबा पुलिस पर वसूली के आरोप लगे थे .IPS मणिलाल पाटीदार को निलंबित करके डीजीपी मुख्यालय से संबद्ध किया गया था.मणिलाल पाटीदार मुख्यालय पहुंचने के बजाय फरार हो गए थे .यूपी सरकार ने निलंबित आईपीएस मणिलाल पाटीदार को बर्खास्त करने की सिफारिश केंद्र को भेजी थी..आईपीएस मणिलाल पाटीदार के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति की जांच भी चल रही.