मुंबई : अभी तक बीजेपी देश में बन रहे विपक्षी एकता (United Opposition) की बात को हवा हवाई बता कर नजर अंदाज करती नजर आई है, लेकिन अब विपक्ष जिस तरह से इसे मजबूती से आकार (United Opposition) देने में लगा है, वो आने वाले समय में बीजेपी के लिए चिंता बढ़ाने वाली बात हो सकती है.
12 जून की बैठक से पहले कांग्रेस का दावा
अगले महीने की 12 तारीख को पटना में नीतीश कुमार के आह्वान पर 18 विपक्षी दलों (United Opposition) के नेताओं की बैठक है. इस बैठक (United Opposition) से पहले सोमवार को कांग्रेस ने प्रेस कांन्फ्रेंस कर एक दावा किया है. विपक्षी एकता (United Opposition) का कांग्रेस का ये दावा नीतीश कुमार के फार्मूले से मिलता जुलता है. कांग्रेस नेता पी चिदम्बरम ने सोमवार को मुंबई में प्रेस कान्फ्रेंस में दावा किया कि अगर सब कुछ ठीक रहा तो 2024 के चुनाव में 400 से 450 सीटो तक पर संयुक्त विपक्ष अपना उम्मीदवार उतारेगा. पी चिदम्बरम ने कहा कि देश भर के सभी गैर भाजपाई दलों को एक साथ एक मंच पर लाने की तैयारी चल रही है.
पूर्व वित्त मंत्री पी चिदम्बरम ने सोमवार को प्रेस कांन्फ्रेस कर केंद्र की बीजेपी सरकार के नौ साल पूरे होने पर उन मुद्दों को उठाया जिससे निबटने में मोदी सरकार विफल रही है. इन दिनों जिस तरह से बीजेपी अपने 9 साल के कार्यकाल की उपलब्धियां प्रेस कांन्फ्रेंस करके पत्रकारों और अन्य लोगों को बता रही है वैसे ही कांग्रेस मोदी सरकार के नौ साल की विफलताएं बताने के लिए प्रेस कांन्फ्रेसेस कर रही है.
भाजपा के खिलाफ एक मजबूत विपक्ष की जरुरत- चिदम्बरम
मुंबई में जब पत्रकारों ने पूर्व गृहमंत्री और कांग्रेस नेता चिदम्बरम से विपक्षी एकता (United Opposition) को लेकर सवाल पूछा तब चिदम्बरम ने कहा कि कांग्रेस का मकसद सभी गैर भाजपाई पार्टी को एक मंच पर लाने का है. अगर ऐसा हो गया तो लगभग 400 से 450 सीटो पर भाजपा के खिलाफ संयुक्त विपक्ष का एक ही उम्मीदवार होगा. हलांकि उन्होंने साफ किया कि ये बात अभी ख्यालों के ही स्तर पर हैं. 12 जून को बैठक है, फिर इस पर कोई ठोस बात हो सकेगी. चिदम्बरम ने कहा कि समय के साथ सभी विरोधी दलों को इस बात का एहसास हो गया है कि भाजपा के खिलाफ एक मजबूत विपक्ष जरुरी है.
दिल्ली में धरने पर बैठी महिला पहलवानों पर बोले चिदम्बरम
पहलवानो के आंदोलन को लेकर कांग्रेस नेता पी. चिदम्बरम ने कहा कि सरकार को चाहिये था कि कोई बेहतर समाधान निकालने का प्रयास करते. लेकिन इन लोगों ने इनके (Wrestlers) आंदोलन को भी नजर अंदाज कर दिया है, जैसे किसानों के आंदोलन को किया था और बाद में तीनों कानून वापस लेने पड़े थे. चिदम्बरम ने कहा बेहद चौंकाने वाली बात है कि एक सांसद (बृजभूषण शरण सिंह) के लिए सरकार देश के लिए मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों को आंदोलन के लिए मजबूर कर रही है.
मणिपुर हिंसा पर भी केंद्र पर बरसे चिदम्बरम
चिदंबरंब ने कहा कि मणिपुर हिंसा में अब तक 75 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है, लेकिन सरकार वहां हो रही हिंसा लेकर चुप्पी साधे हुए है. चिदंबरंब ने पीएम मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि पीएम चुनाव प्रचार के लिए कर्नाटक जा सकते थे, जापान की यात्रा तक कर सकते थे लेकिन मणिपुर नहीं जा सके. मणिपुर के लिए दो शब्द तक नहीं कहे. जबकि मणिपुर में हालात बेहद खराब है.
अरुणाचल में चीन की घुसपैठ
कांग्रेस नेता चिदम्बरम ने देश के हालात से लेकर अंतराष्ट्रीय मुद्दों तक पर पीएम को घेरा और कहा कि आज अरुणाचल में चीन की घुसपैठ एक बड़ा मुद्दा है लेकिन सरकार इस मुद्दे पर सदन में चर्चा नहीं होने देती है. ऐसा पहली बार हुआ है कि देश की सुरक्षा के मुद्दे पर संसद में चर्चा नहीं होने दिया गया. सरकार अरुणाचल में चीन को रोकने में नाकामयाब रही है.
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