लखनऊ: उत्तर प्रदेश में बिजली कर्मचारियों ने 72 घंटे के कार्य बहिष्कार का आंदोलन 48 घंटे में वापस ले लिया है. इ इसके साथ ही उम्मीद की जा रही है कि इससे राज्य में होने वाला बिजली संकट फिलहाल के लिए टल गया है. उत्तर प्रदेश में बिजली कर्मचारियो के हड़ताल पर जाने के बाद पूरे राज्य, खासकर ग्रामीण इलाकों में बिजली व्यवस्था चरमरा गई थी.
वाराणसी से लखनऊ पहुंचे ही सीएम योगी ने पूरे मामले का संज्ञान लिया और तुरंत बैठक बुलाई. जिस समय सीएम योगी ने बैठक बुलाई उस समय उर्जा मंत्री एके शर्मा प्रेस कांफ्रेंस कर रहे थे. उर्जा मंत्री प्रेस कांफ्रेंस से उठकर सीएम की बैठक में गये. बताया जा रहा है कि सीएम योगी आदित्यनाथ बैठक में बेहद तल्ख तेवर में नजर आये और उर्जा मंत्री को बिजली संकट को तत्काल समाप्त कराने के लिए सख्त निर्देश दिये.
सीएम की बैठक से लौटकर उर्जामंत्री बिजली कर्मचारियो के साथ बैठक की और बैठक में उनकी समस्याओं के निवारण के लिए आश्वासन दिया. उर्जा मंत्री के आश्वासन के बाद विद्युत कर्मचारियो हड़ताल वापस लेने का ऐलान कर दिया . हड़ताल वापस के बाद राज्य के उर्जा मंत्री ने निर्देश दिया है कि जहां कहीं भी बिजली का संकट है वहां तुरंत कर्मचारी अपने काम पर लौटे और कार्य संभालें
शनिवार को बेनतीजा रही थी बातचीत
शनिवार को लखनऊ में बिजली कर्मचारियों की उर्जा मंत्री के साथ बातचीत हुई थी लेकिन बातचीत बेनतीजा रही थी. इस बीच सरकार ने यूपी पावर कारपोरेशन के एमडी पर भी कार्रवाई की थी . जेई संगठन के केंद्रीय अध्यक्ष को निलंबित कर दिया गया था.ठाकुरगंज के उपखंड अधिकारी जितेंद्र सिंह को भी निलंबित कर दिया गया था. विद्युत कर्मचारी संघ के शैलेंद्र दुबे सहित 22 कर्मचारियों पर सरकार की तरफ से FIR तक करवा दिया गा था.
शनिवार की कार्रवाई के बाद रविवार को भी हुई बैठक
शनिवार की बैठक बेनतीजा रहने के बाद एक बार फिर से रविवार की सुबह जल निगम के गेस्ट हाउस में कर्मचारी नेताओं, ऊर्जामंत्री एके शर्मा और चेयरमैन एम देवराज की बैठक हुई जिसमें कर्मचारियों ने अपनी हड़ताल खत्म करने की घोषणा की. हड़ताल खत्म करने के ऐलन के बाद उर्जा मंत्री ने कहा कि जिन कर्मचारियों पर कार्रवाई की गई है उसे वापस ले लिया जायेगा .
बैठक में सरकार का कर्मचारियों को आश्वान
ये पूछे जाने के बाद कि कर्मचारियो को क्या आश्वासन दिया गया इस पर उर्जा मंत्री ए के शर्मा ने बताया कि बिजली कर्मचारियों के साथ कई दौर की बैठक हो चुकी है. उनकी सभी मांगो पर विचार किया जा रहा है.
हड़ताल के कारण बिजली व्यवस्था ध्वस्त
उत्तर प्रदेश के बिजली कर्मचारियो के 72 घंटे के हड़ताल में 48 घंटे के अंदर ही पूरे प्रदेश का बुरा हाल हो गया .खासकर ग्रामीण इलाकों में लगातार बिजली बंद थी. लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था.