Thursday, October 2, 2025

सोनम वांगचुक की गिऱफ्तारी पर पहली बार बोली पत्नी,क्या ऐसे ही कोई बन जाता है ISI एजेंट ?

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Sonam Wangchuk Wife :  समाजिक आर पर्यावरण समाजसेवी सोनम वांगचुक को लद्दाख पुलिस ने राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत गिरफ्तार किया है. वांगचुक पर लगाये आरोप के मुताबिक लद्दाख पुलिस ने कहा कि वो पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के संपर्क में थे, इसलिए उनपर NSA लगाया गया है.

Sonam Wangchuk Wife : वांगचुक के बचाव में आई पत्नी,किये तीखे सवाल

सोनम वंगचुक को लद्दाख पुलिस ने तब गिरफ्तार ककिया था जब वो लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा देने की मांग को लेकर धरने पर बैठे थे और धरने के दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच हिंसक झड़प हो गई. इस हिंसक झड़प में चार सिविलियन की मौत हो गई थी.सोनम वांगचुक पर इस हिंसा को भड़काने का आरोप लगा था.

सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी को लेकर कई बातें कही जा रही हैं. अलग-अलग जगहों से आने वाली थ्योरी के मुताबिक उन्हें पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी से जोड़ा जा रहा है. पाकिस्तान में हुई उनकी यात्रा को लेकर जांच की बात कही जा रही है.

पति की गिरफ्तारी के बाद सामने आई गीतांजलि जे. आंगमो ने सरकार और पुलिस से सवाल किया कि क्या कोई व्यक्ति केवल इसलिए आईएसआई का एजेंट बन जाता है क्योंकि उसने पाकिस्तान जाकर क्लाइमेट समिट में हिस्सा लिया.ये बात गीतांजली ने लद्दाख पुलिस के उस दावे पर कही जिसमें कहा जा रहा है कि सोनम वांगचुक पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के संपर्क में थे.

 गांधीवादी आंदोलन करने वाला हिंसा क्यों भड़कायेगा ? 

सोनम ने अपने पति के पक्ष में विस्तार से मीडिया से बात की . उन्होने कहा कि…”पिछले पांच सालों में राज्य में  छठे शेड्यूल को लागू करने की मांग को लेकर सोनम वांगचुक लगातार भूख हड़ताल और पूरी तरह से गाँधीवादी तरीके से पैदल मार्च कर रहे हैं. जिसने अपने पूरे आंदोलन में अहिंसा पर ज़ोर दिया, वो व्यक्ति हिंसक प्रदर्शन क्यों भड़काएगा ?  गीतांजली ने कहा कि ऐसा पहले कभी नहीं हुआ. एक शांतिपूर्ण जगह को गलत छवि दिया जा रहा है. ये स्थिति बेहद दुखद है.

गीतांजली ने कहा कि लद्दाख मे पिछले छह दिनों में और पिछले चार सालों में जो कुछ भी हुआ है, वह बहुत दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है. लेह के लोग किसी दूसरी जगह से ज़्यादा शांतिप्रिय, देशभक्त और राष्ट्रवादी हैं.

लद्दाख जैसे शांतिप्रिय जगह में कर्फ्यू लगाना बिल्कुल गलत -गीतांजली

गीतांजलि ने कहा कि पुलिस के द्वारा कर्फ्यू लगाने के लिए जो कारण दिये गये वो भी शर्मनाक है. युवाओं के विरोध प्रदर्शन को गलत नाम दिया गया.उस दिन युवा शांतिपूर्ण तरीके से विरोध कर रहे थे. अगर CRPF ने आंसू गैस का इस्तेमाल नहीं किया होता, तो यह एक बहुत शांतिपूर्ण प्रदर्शन होता. पिछले पांच सालों में, छठे शेड्यूल को लागू करने की मांग को लेकर सोनम वांगचुक के उपवास और मार्च पूरी तरह से गांधीवादी तरीके से हुए हैं.

सोनम वांगचुक सिर्फ एक वैज्ञानिक नहीं हैं, वे युवाओं को प्रेरित करते हैं. लोग ना केवल उनकी वैज्ञानिक उपलब्धियों के लिए उनका सम्मान करते हैं, बल्कि इसलिए भी कि वह एक मानवतावादी हैं, जो लोगों की परेशानियों की सच्ची परवाह करते हैं.उन्होंने अपना जीवन जमीनी स्तर की शिक्षा के लिए लगाया है. ऐसा व्यक्ति हिंसक प्रदर्शन क्यों भड़काएगा ?

यदि आप चीन के साथ खेलते हैं तो राष्ट्र विरोधी हो जायेंगे ?

गीतांजली ने मीडिया को बताया कि ‘फरवरी में हम यूएन और डॉन मीडिया की ओर से आयोजित क्लाइमेट चेंज समिट में हिस्सा लेने गए थे. आप ही सोचिए कि यदि चीन के साथ भारत क्रिकेट खेलता है और खिलाड़ी जाते हैं तो क्या वे और क्रिकेट संस्थाएं राष्ट्र विरोधी कहलाएंगी?

गीतांजली ने पाकिस्तान मे होने वाले क्लीमेट कांफ्रेंस के बारे में कहा कि –“हम ग्लेशियरों पर आयोजित कॉन्फ्रेंस में गए थे. वे ग्लेशियर जो अफगानिस्तान से बांग्लादेश तक सभी को पानी देते हैं. यदि कोई व्यक्ति ऐसे आयोजन में जाता है तो क्या वह आईएसआई का एजेंट हो जाएगा ? इसका सबूत क्या है? उनका कहना है कि  यदि कोई पाकिस्तानी लद्दाख आया तो इसका जवाब तो होम मिनिस्ट्री को देना चाहिये.’

कभी इसी सरकार ने दिया था सम्मान  

गीतांजलि ने कहा कि कभी इसी सरकार ने सोनम वांगचुक को उनकी उलब्धियों के लिए सम्मानित किया था.उस समय के ऊर्जा मंत्री आरके सिंह से अवॉर्ड मिला था. तब क्या ये सरकार अंधी हो गई थी ? गीतांजलि ने यह बात लद्दाख के डीजीपी के उस बयान पर कही, जिसके तहत उन्होंने कहा था कि पुलिस ने एक पाकिस्तानी हैंडलर को पकड़ा है, जो सोनम वांगचुक के संपर्क में था.

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