Shubman Gill : इंग्लैंड के खिलाफ लीड्स टेस्ट के पहले दिन बतौर कप्तान मैदान में उतरे शुभमन गिल ने पहले दिन ही अपने बल्ले से बवाल किया . गिल ने मैच में कप्तानी पारी खेलते हुए पहले टेस्ट मैच में ही शतक जड़ कर सभी को चौंका दिया . शुभमन की इस बेजोड़ बल्लेबाजी की जम कर तारीफ हो रही है. इंग्लैंड के खिलाफ लगाया ये शतक शुभमन के टेस्ट करियर का छठा शतक है. पहले दिन का खेल खत्म होने तक गिल 127 और वाइस कैप्टन ऋषभ पंत 65 रन बनाकर नॉटआउट रहे थे. भारतीय टीम ने पहली पारी के पहले दिन तीन विकेट के नुकसान पर 359 रन बनाया.
Shubman Gill पर क्यों लटकी है ICC की तलवार
शुभमन के बतौर कप्तान इस शानदार पारी की जम कर चर्चा तो हो ही रही है लेकिन इस बीच कुछ ऐसा हो गया कि गिल विवादों में फंस गये हैं और यहां तक की नियमों के उल्लंघन के मामले में जुर्माने की तलवार लटक रही है. दरअसल पहले दिन जब खिलाड़ी लीड्स के मैदान में खेलने उतरे तो अहमदाबाद प्लेन क्रैश हादसे में मारे गये लोगों के प्रति श्रद्धांजलि के तौर पर हाथों पर काली पट्टी बांध कर उतरे.शुभमन गिल ने भी काली पट्ट बांधी थी लेकिन मामला तब विवादास्पद हो गया जब गिल मोजे भी काले रंग के ही पहन कर पहुंच गये. शुभमन के काले रंग की जुराबों को आईसीसी के नियमों का उल्लंघन माना जा रहा है.
कपड़ों को लेकर ICC के क्या हैं नियम ?
अंतराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ( ICC) के Clothing and Equipment Rules के मुताबिक टेस्ट क्रिकेट में खिलाड़ी को सफेद कपड़ों के साथ सफेद , क्रीम या हल्के ग्रे रंग की जुराबें (मोजे) पहनने की अनुमति हैं लेकिन शुभमन गिल काले रंग की जुराबें पहनकर मैदान में उतरे.
मैच रेफरी पर निर्भर करेगा जुर्माने का फैसला
शुभमन गिल के काले जुराबों को लेकर क्या फैसला किया जाये, ये तय करने का अधिकार मैच रेफरी रिची रिचर्डसन पर निर्भर है. यदि मैच रेफरी ये मानते हैं कि शुभमन गिल ने जानबूझकर अपराध किया है, तो उनपर शून्य से लेकर आधी मैच फीस काटने का जुर्माना तक लग सकता है. अगर मैच रेफरी को लगे कि भारतीय कप्तान ने जानबूझकर नहीं बल्कि गलती से या सफेद जुराबें गीली होने के कारण ऐसा किया तब वो फाइन से बच सकते हैं.