Saturday, July 5, 2025

Satyendra Jain: तिहाड़ जेल के बाथरूम में गिरने से घायल हुए सत्येंद्र जैन, हालत गंभीर

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दिल्ली के पूर्व मंत्री और जेल में बंद AAP नेता सत्येंद्र जैन (Satyendra Jain) बुधवार रात तिहाड़ जेल के बाथरूम में फिसलकर गिर गए जिसके बाद तिहाड़ जेल प्रशासन ने बताया गया कि उन्हें मामूली चोटें आई हैं और उन्हें चेकअप के लिए दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल लाया गया है. यहां बताया जा रहा है कि उनकी चोट गंभीर है. साथ ही ये भी ख़बर है कि सत्येंद्र जैन (Satyendra Jain) चक्कर आने की वजह से बाथरूम में गिरे थे. 7 दिन में ये दूसरा मौका है जब जैन (Satyendra Jain) को अस्पताल में लाया गया है.

एक तानाशाह मारने पर तुला है- केजरीवाल ने ट्वीट कर मोदी पर साधा निशाना

दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने सत्येंद्र जैन (Satyendra Jain) के बाथरूम में गिरने की खबर पर ट्वीट किया और कहा कि, “जो इंसान जनता को अच्छा इलाज और अच्छी सेहत देने के लिए दिन-रात काम कर रहा था, आज उस भले इंसान को एक तानाशाह मारने पर तुला है. उस तानाशाह की एक ही सोच है – सबको ख़त्म कर देने की, वो सिर्फ़ “मैं” में ही जीता है. वो सिर्फ़ खुद को ही देखना चाहता है. भगवान सब देख रहे हैं, वो सबके साथ न्याय करेंगे. ईश्वर से सत्येंद्र जी के जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूँ. भगवान उन्हें इन विपरीत परिस्थितियों से लड़ने की शक्ति दें.”

सत्येंद्र जैन का वजन 35 किलो घटा

बता दें कि पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन की स्पाइन की सर्जरी भी होनी है. स्पाइन में प्रॉबलम की वजह से वो कमर में बेल्ट पहनते हैं. उन्हें कुछ दिन पहले सफदरजंग अस्पताल में भी इलाज के लिए भर्ती कराया गया था. उस दिन जो जैन की तस्वीर सामने आई थी उनमें उन्हें पहचानना मुश्किल हो गया था. पिछले एक साल के दौरान उनका 35 किलो वजन कम हो गया है.

डिप्रेशन के भी शिकार हैं सत्येंद्र जैन

सत्येंद्र जैन डिप्रेशन का भी शिकार हैं. पिछले महीने उन्होंने जेल प्रशासन से अकेलेपन की शिकायत की थी और कहा था कि उनके साथ 2 से तीन कैदियों को रखा जाए. पूर्व मंत्री की दर्खास्त पर कार्रवाई करते हुए जेल संख्या 7 के सुपरिंटेंडेंट ने उनके सेल में 2 कैदियों को ट्रांसफर भी कर दिया था. लेकिन जैसे ही तिहाड़ जेल के प्रशासन को इसकी भनक लगी तो तुरंत ही उन दोनों कैदियों को वापस उनके बैरेक में भेज दिया गया. साथ ही जेल नम्बर 7 के सुपरिंटेंडेंट को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया है. जेल प्रशासन के अनुसार सुपरिंटेंडेंट ने बगैर प्रशासन को बताए ये निर्णय लिया, जबकि प्रक्रिया के तहत बगैर प्रशासन की जानकारी में डाले और इजाजत लिए, ऐसा नहीं किया जा सकता.

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