वाराणसी : लंबे संघर्ष और कानूनी लड़ाई के बाद अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि Shri Ram Janmabhoomi पर भव्य मंदिर Ram Mandir का निर्माण चल रहा है.श्रीराम मंदिर में 22 जनवरी 2024 को रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा होगी.इसके बाद देश भर से सनातन धर्म में आस्था रखने वालों को मंदिर में दर्शन उपलब्ध होगा. इसके लिए विश्व हिंदू परिषद पूरे देश से लोगों को दर्शन के लिए आमंत्रित करेगा.

Ram Mandir में अक्षत कलश का महत्व
राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से पहले देश भर में उत्सव का माहौल है. इस बीच ‘अक्षत कलश’ अलीगढ़ पहुंचा था. विश्व हिन्दू परिषद, बजरंगदल ने श्रीराममंदिर अयोध्या से आए अक्षत कलश का पूजन अर्चन कर भव्य स्वागत किया गया.विश्व हिंदू परिषद की तरफ से पांच कलश अक्षत तैयार किए गए हैं.इसे रविवार को लोहता स्थित माधव सेवा प्रकल्प से प्रभारियों को सौंपा जाएगा. प्रांत संगठन मंत्री नितिन ने बताया कि श्रीराम जन्मभूमि न्यास ने एक सप्ताह पूर्व काशी विभाग के काशी उत्तर, दक्षिण, मध्य, ग्रामीण और चंदौली के लिए अयोध्या से आए अक्षत से पांच कलश तैयार किया गया है.
40 क्विंटल चावल में देसी घी और हल्दी के साथ मिलेगा निमंत्रण
यह अक्षत कलश अयोध्या से आए हैं और इनको विश्व हिंदू परिषद की ब्रज प्रांत की मीटिंग में कार्यकर्ताओं को दिया गया और अब यह अक्षत कलश घर-घर में बांटे जाएंगे. इसका उद्देश्य हर व्यक्ति को राम मंदिर जाने के लिए निमंत्रण देना है.घर-घर वितरण के लिए कलश में पांच किलो अक्षत को 40 क्विंटल चावल में देसी घी और हल्दी के साथ मिलाया जाएगा.विश्व हिंदू परिषद महानगर अध्यक्ष कन्हैया सिंह ने बताया कि राइस मिल में स्वच्छ धान का चयन कर चावल तैयार करा कर खरीदा जाएगा.
कार्यकर्ता 1 से 15 जनवरी तक करेंगे निमंत्रण का काम
जिले के हर गांव-मोहल्ले के कार्यकर्ताओं को करीब पांच-पांच किलोग्राम चावल का बैग दिया जाएगा.कार्यकर्ता 1जनवरी से 15 जनवरी तक शहर से लेकर गांव तक घर-घर जाकर वितरण करेंगे.लोगों को एक चुटकी चावल, भगवान राम की तस्वीर और आमंत्रण पत्र सौंपेंगे.