शिमला
हिमाचल प्रदेश की 68 विधानसभा सीटों पर शनिवार को मतदान होने जा रहा है. पूरे राज्य में 7884 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक मतदान किया जा सकेगा.
पूरे राज्य में कुल 412 उम्मीदवारों की किस्मत दांव पर है. आज के मतदान का रिजल्ट 8 दिसंबर को घोषित किये जाएंगे. हिमाचल प्रदेश में इस बार के चुनाव में कुल 55,92,828 मतदाता हिस्सा लेगें, इनमें से 28 लाख 54 हजार 945 पुरुष और 27 लाख 37 हजार 845 महिलाएं हैं. इस बार के चुनाव में थर्ड डेंजर के लिए भी मतदान की व्यवस्था की गई है, इस साल राज्य में कुल 38 थर्ड जेंडर भी वोट डालेंगे.
इस बार चुनाव में क्या बदलेगा रिवाज ?
हिमाचल प्रदेश मे अब तक एक पैटर्न रहा है कि हर बार चुनाव में सत्ताधारी दल सत्ता से बाहर हो जाती है और राज्य में सरकार बदल जाती है. यही कारण है कि इस ट्रेंड को तोड़ने के लिए इस बार बीजेपी ने चुनाव प्रचार में नया नारा दिया है- राज नहीं, रिवाज बदलेंगे. मतलब सरकार नहीं, बल्कि पुरानी परंपरा को बदल देंगे.इस समय राज्य में जयराम ठाकुर के नेतृत्व में बीजेपी की सरकार है.इससे पहले 2012 में कांग्रेस की सरकार थी.
हिमाचल चुनाव के लिए चुनाव आयोग की खास तैयारी
इस बार चुनाव आयोग ने वोटिंग प्रतिशत बढ़ाने पर जोर दिया है.इस बार के चुनाव में पूरे राज्य में 80 साल से ज्यादा उम्र के 1,21,409 वोटर हैं. कुल 7,884 मतदान केंद्रों पर वोटिंग होगी. 789 बूथों को संवेदनशील घोषित किया गया है. लाहौल स्पीति जिले के स्पीति क्षेत्र ताशीगंग, काजा में राज्य का सबसे ऊंचा बूथ बनाया है.यहां 52 वोटर मतदान करेंगे.
किस किस की किस्मत दांव पर ?
इस चुनाव में बीजेपी की तरफ से वर्तमान सीएम जयराम ठाकुर पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह और पूर्व बीजेपी अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती समेत 412 उम्मीदवारों की किस्मत आज इवीएम में बंद होगी.
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर मंडी के सिराज से चुनाव लड़ रहे हैं वहीं भाजपा के पूर्व अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती उना से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.कांग्रेस के सीएलपी नेता मुकेश अग्निहोत्री रोली से तो विक्रमादितिया सिंह शिमला से चुनाव लड़ रहे हैं.
इस बार का चुनाव सत्तारुढ बीजेपी विकास के मुद्दे पर चुनाव लड़ रही है वहीं कांग्रेस चार दशक पुरानी पार्टी होने के नाते एक बार फिर से सत्ता में वापसी की कोशिश में है.
चुनाव जीतने के लिए कांग्रेस और बीजेपी के बड़े बड़े वादे
भाजपा ने हिमाचल की जनता से जो चुनावी वादा किया है उसमें राज्य में समान नागरिक संहिता लागू करने , 8 लाख नौकरियां देने का वादा किया है वहीं कांग्रेस ने पुरानी पेंशन योजना और 300 यूनिट मुफ्त बिजली देने औऱ एक लाख लोगों को रोजगार देने की बात अपने घोषणापत्र में कही है.
बताते चले कि इसबार के विधानसभा चुनाव में 24 महिला उम्मीदवार हैं, वहीं 2017 में ये संख्या 19 थी.