PM Modi’s advice : दिल्ली में एनडीए के मुख्यमंत्रियों और उपमुख्यमंत्रियों की बैठक के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर भाजपा के कुछ नेताओ के द्वारा दिये गये बयानों को लेकर नाराजगी जताई है. बैठक में पीएम मोदी ने भाजपा के नेताओं को नसीहत दी है कि लोग ऑपरेशन सिंदूर को लेकर किसी भी तरह की बयानबाजी से बचें.पीएम मोदी ने भाजपा के नेताओं से कहा कि वे लोग अपनी वाणी पर नियंत्रण रखें और गैरजरुरी बयानों से परहेज करें.

PM Modi’s advice : एनडीए मुख्यमंत्रियों ने की पीएम मोदी की तारीफ
दिल्ली में एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और उप मुख्यमंत्रियों की एक बैठक हुई, जिसमें सभी ने एक स्वर में ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के लिए पीएम मोदी की तारीफ की. सभी नेताओं ने भारतीय सशस्त्र बल के पराक्रम के साथ साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साहसी नेतृत्व की प्रशंसा करते हुए एक प्रस्ताव पारित किया.
सूत्रों के मुताबिक बैठक में महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे ने एक प्रस्ताव पेश किया , जिसमें कहा गया कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से भारतीयों का आत्मविश्वास बढ़ा है. इस प्रस्ताव में सभी मुख्यमंत्रियों ने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व की प्रशंसा करते हुए कहा कि पीएम ने आगे बढ़कर तीनो सेनाओं को समर्थन दिया जिसके कारण सशस्त्रबलों ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के जरिये ने आतंकियों और आतंकवाद के प्रायोजकों को भी करारा जवाब दिया है. एनडीए मुख्यमंत्रियों की बैठक में पहलगाम (22 अप्रैल) आतंकवादी हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि भी दी गई.
पीएम मोदी ने क्यों देनी पड़ी भाजपा नेताओं को नसीहत?
दरअसल ऑपरेशन सिंदूर की सफलता को केंद्रीय नेतृत्व देशभर में शौर्य के प्रतीक के रुप में मनाना चाहता था. देश में कई जगहों पर तिरंगा यात्रा भी निकाली गई लेकिन इस बीच हरियाणा और मध्य प्रदेश के भाजपा नेताओं ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर जिस तरह की भद्दे और गैरजिम्मेदाराना बयान दिये, उसने एक पार्टी के तौर पर बीजेपी को मुश्किल में डाल दिया. एक तरफ जहां केंद्रीय नेतृत्व सेना के शौर्य की प्रशंसा करते और पहलगाम के शहीद परिवारों के दुख मे खुद को जोड़कर दिखाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहा था वहीं भाजपा के कुछ नेता अपने अनर्गल बयानों से पार्टी की मिट्टी पलीद करने से नहीं चूक रहे थे.
मध्यप्रदेश के कैबेट मंत्री विजय शाह हों या हरियाणा के मंत्री रामचंद्र जांगड़… इनके बयानों ने बीजेपी की राष्ट्रीय स्तर पर किरकिरी कराने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी. विजय शाह ने जहां कर्नल सोफिया को लेकर दिये बयान ने सेना के सम्मान को तार तार कर दिया वहीं रामचंद्र जांगड़ की टिप्पणी ने विपक्ष को बीजेपी- आरएसएस की मानसिकता पर सवाल उठाने का मौका दे दिया.
कांग्रेस ने पीएम मोदी से मांफी मांगने की कर डाली मांग
हरियाणा से आने वाले भाजपा सांसद रामचंद्र जांगड़ा, मध्यप्रदेश के कैबिनेट मंत्री विजय शाह और जगदीश देवड़ा ने जिस तरह से ऑपरेशन सिंदूर को लेकर अलग अलग टिप्पणियां की उसने विपक्ष को मौका दे दिया कि वो इस बड़े मौके पर भी किसी ना किसी तरह से पीएम मोदी को घेर लें. कांग्रेस ने इन नेताओ के बयानों के कारण प्रधानमंत्री मोदी से मांफी मांगने की मांग कर डाली. जब पीएम मोदी ने कांग्रेस की मांग पर कोई जवाब नहीं दिया तो कांग्रेस ने इसे प्रधानमंत्री और बीजेपी की मौन स्वीकृति करार दे दिये. कांग्रेस अध्यक्ष अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने दावा कर दिया कि बीजेपी के नेता पहलगाम के पीड़ितों और हमारी सेनाओं को बदनाम करने के लिए एक-दूसरे से प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का बयान
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष खऱगे ने भाजपा के नेताओं के अनर्गल बयान को लेकर कहा कि ‘बीजेपी के नेताओं में पहलगाम पीड़ितों और हमारी वीर सेना पर लांछन लगाने की होड़ चल रही है. भाजपा के राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा के शर्मनाक बयान ने एक बार फिर RSS-BJP की ओछी मानसिकता को उजागर कर दिया. MP के उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा ने हमारी जांबाज सेना का अपमान किया, पर मोदी जी ने कोई कार्रवाई नहीं की. MP के मिनिस्टर विजय शाह ने हमारी वीर कर्नल पर भद्दी टिप्पणी की, पर आज तक बर्खास्त नहीं हुए. जब पहलगाम में शहीद नौसेना ऑफिसर की पत्नी को सोशल मीडिया पर ट्रोल किया जा रहा था, तब भी मोदी जी चुप थे.’
खरगे ने ये भी कहा कि ‘नरेंद्र मोदी जी, आप कहते हैं कि आपकी रगों में सिंदूर है… अगर ऐसा है, तो आपको महिलाओं के सम्मान के लिए अपने इन बदज़ुबानी नेताओं को बर्खास्त करना चाहिए!’
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने भी की थी टिप्पणी
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने कहा कि ‘जांगड़ा का यह शर्मनाक बयान दर्शाता है कि सत्ता के नशे में चूर भाजपा इतनी असंवेदनशील हो गई है कि पहलगाम में सुरक्षा चूक को दोष देने के बजाय…भाजपा सांसद शहीदों और उनकी पत्नियों पर सवाल उठा रहे हैं. प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा नेतृत्व की चुप्पी को इन बयानों की मौन स्वीकृति क्यों न माना जाए? हमारी स्पष्ट मांग है कि प्रधानमंत्री मोदी इस शर्मनाक बयान के लिए माफी मांगें और सांसद रामचंद्र जांगड़ा को पार्टी से निष्कासित करें.’