रामनगरी अयोध्या में पीएम मोदी ने दीपोत्सव 2022 का आगाज कर दिया है. इस मौके पर जन मानस को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कई महत्वपूर्ण बातें कहीं. पीएम मोदी ने कहा -आज अयोध्या नगरी में दीपोत्सव के इस अवसर पर हमें संकल्प लेना है कि भगवान राम से जितना सीख सकते हैं है सीखें. भगवान राम मर्यादा पुरुषोत्तम कहे जाते हैं और मर्यादा सिखाती है मर्यादा रखना.
राम कर्तव्य के सटीक स्वरूप है. वो जब जिस भूमिका में रहे तब तब उसके अनुसार उन्होने अपना कर्तव्य निभाया. श्री राम ने एक पुत्र का कर्तव्य निभाया, उन्होंने वनवासियों का कर्तव्य निभाया, उन्होंने राज का भी कर्तव्य निभाया. राम भारत की भावना के प्रतीक हैं.
हमारा मौलिक अधिकार भी भगवान राम से प्रेरित है..
आज़ादी के अमृत काल में गुलामी की मानसिकता से छुटकारा दिलाने की प्रेरणा दी
पीएम मोदी ने कहा -अयोध्या की तुलना स्वर्ग से की गई है. एक समय था की जब राम के बारे में बात करने से बचा जाता था और राम के अस्तित्व पर प्रश्न खड़े किए जाते थे जिसकी वजह से हम उदास हो जाते थे और जब अयोध्या आते थे तो मायूस हो जाते थे लेकिन पिछले 8 वर्षों में हमने इन सभी हीन भावनाओं को तोड़ा और तीर्थ स्थलों का पुनर्निर्माण किया है.काशी कॉरिडोर, राम मंदिर, केदारनाथ विकास किया .
साथियों आज मेरी प्रार्थना और निवेदन है अयोध्या हमारी संस्कृति का हिस्सा है और राम आराध्य पूरे देश के हैं और वो पूरे देश के राम है.हमें उनके आदर्श पर चलना है और उनके आदर्श का पालन करना है.
अयोध्या के लोगों के लिए दो रिक्वेस्ट हैं. आने वाले समय में जब अयोध्या में पर्यटन बढ़नेगा तो यहां के लोगों को आने वाले मेहमानों का स्वागत भगवान राम की तरह करना पड़ेगा. अयोध्या में सड़के चौड़ी हों और साफ सफाई हो इसके लिए मै चाहूंगा कि आप योगी जी का साथ इस कार्य में दीजिएगा.