दिल्ली (delhi): संसद (Parliament) का शीतकालीन सत्र अपने तय समय से 6 दिन पहले ही अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया है. लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने अपने समापन भाषण कहा कि इस सत्र के दौरान सदन की तेरह बैठकें हुई और 7 विधेयक पारित किए गये. 9 विधेयक पेश किए गये. लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि इस सत्र में सदन की उत्पादकता 97 % रही.
संसद का शीतकालीन सत्र अपने तय समय से 6 दिन पहले ही अनिश्चित काल के लिए स्थागित कर दिया गया है. लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने अपने समापन भाषण कहा कि इस सत्र के दौरान सदन की तेरह बैठकें हुई और 7 विधेयक पारित किये गये. स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि इस सत्र में सदन की उत्पादकता 97 % रही. pic.twitter.com/LqDHkl0i5d
— THEBHARATNOW (@thebharatnow) December 23, 2022
वहीं राज्यसभा में सभापति जगदीप धनखड ने कहा कि इस सत्र में सदन की उत्पादकता 102 % रही. राज्यसभा में इस दौरान 9 विधेयक वापस लौटाये. सदन में 31 निजी सदस्य (private member bill) विधेयक भी पेश किए गये. सभापति जगदीप धनखड ने ये भी बताया कि विपक्ष की बाधाओं की वजह से सदन का 1 घंटा 46 मिनट का समय बर्बाद हुआ.
विपक्ष के विरोध प्रदर्शन से बाधित रहे लोकसभा और राज्यसभा
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक संसद (Parliament) का शीतकालीन सत्र इस महीने की 7 तारीख को आरंभ होकर 29 दिसम्बर तक चलना था. लेकिन संसद (Parliament) के दोनों सत्र के समापन का निर्णय लोकसभा की बैठक में सर्वसम्मति से लिया गया और 23 सितंबर को सत्र का समापन कर दिया गया.
विपक्ष लगातार कर रहा था चीन की तवांग में घुसपैठ के मुद्दे पर चर्चा की मांग
इस बार का शीतकालीन सत्र की कार्यवाही अरुणाचल की तवांग में वास्तविक नियंत्रण रेखा के साथ भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच सीमा संघर्ष को लेकर बार-बार बाधित हुई. विपक्ष लगातार इस मुद्दे पर चर्चा की मांग करता रहा . जिस कारण कई बार संसद (Parliament) के दोनों सदनों को स्थगित भी करना पड़ा.
गुरुवार(22 दिसंबर) को लोकसभा पांच बार स्थगित हुई.
22 दिसंबर को लोकसभा में शून्यकाल के दौरान विपक्षी सदस्य लगातार भारत-चीन सीमा मुद्दे पर चर्चा की मांग कर करते रहे. इसी दौरान संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बताया कि संसदीय कार्य सलाहकार समिति ने शुक्रवार को सदन को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने का फैसला किया है.