बिहार में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) Bihar SIR के लिए इस महीने अब तक भारत के चुनाव आयोग को प्राप्त सभी 53 दावे और आपत्तियां सिर्फ एक राजनीतिक दल – भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) (लिबरेशन) द्वारा दायर की गई थीं.
बुधवार को, भारत निर्वाचन आयोग ने 1 अगस्त से 27 अगस्त तक का अपना दैनिक बुलेटिन जारी कर इस बात की जानकारी दी.
Bihar SIR में दावे और आपत्तियों को लेकर ईसी का नया दावा
चुनाव आयोग ने कहा कि पार्टियों द्वारा नियुक्त बूथ स्तरीय एजेंट (बीएलए) ये दावे दायर करते हैं, और ऐसी प्रस्तुतियाँ निर्धारित प्रारूपों—फॉर्म 6 (दावे) और फॉर्म 7 (आपत्तियाँ)—के अनुसार होनी चाहिए और उनकी वैधता की उचित घोषणाएँ होनी चाहिए. इन नियमों का पालन न करने वाली किसी भी सामान्य या सामूहिक शिकायत को औपचारिक दावों या आपत्तियों के बजाय केवल सामान्य शिकायतों के रूप में माना जाएगा. इसके साथ ही उसने बताया की सिर्फ सीपीआई एमएल के बीएलए की ओर से 53 दावे और आपत्तियां उन्हें प्राप्त हुई है.
178,948 मतदाताओं से मिले व्यक्तिगत दावे-चुनाव आयोग
इस बीच, आयोग ने व्यक्तिगत मतदाताओं से सीधे 178,948 ऐसे दावे और आपत्तियाँ प्राप्त होने की भी सूचना दी, जिनमें से 20,702 का निपटारा अनिवार्य सात-दिवसीय नोटिस अवधि के बाद किया गया. इसके समानांतर, 18 वर्ष और उससे अधिक आयु के नए पात्र मतदाताओं से 635,124 फॉर्म 6 प्रस्तुतियाँ प्राप्त हुईं, जिनमें से 27,825 का निपटारा सात दिनों के बाद किया गया.
चुनाव आयोग ने दोहराया कि मसौदा सूची (1 अगस्त को प्रकाशित) से नामों को बिना किसी स्पष्ट आदेश के, जाँच किए बिना और निष्पक्ष व उचित अवसर प्रदान किए बिना नहीं हटाया जा सकता – जो कि एसआईआर ढाँचे के तहत आवश्यक सुरक्षा उपाय हैं.
छूटे हुए नामों की सूची, कारणों सहित, जिला-स्तरीय डीईओ/डीएम वेबसाइटों और सीईओ के खोज योग्य पोर्टल पर उपलब्ध है, जिससे नागरिक आवश्यकतानुसार आधार प्रमाण के साथ दावा दायर कर सकते हैं.