मधुबनी : समाधान यात्रा के तहत मुख्यमंत्री आज मधुबनी में थे.वहां जब पत्रकारों ने मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर सवाल पूछा तो मीडिया के सवाल का जवाब देते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि सात दलों के महगठबंधन में मंत्रियों की संख्या तय कर दी गई है. अगर किसी पार्टी के मंत्री ने इस्तीफा दिया है तो उस कोटे पर मंत्री तय करने का अधिकार संबंधित पार्टी को है. कांग्रेस से भी कुछ सदस्यों को बनाया जाना बाकी है. उन्होंने कहा कि अगर वामपंथी पार्टियां मंत्रिमंडल में शामिल होना चाहे तो उस पर चर्चा हो सकती है.
दो डिप्टी सीएम की खबर बकवास है
वहीं दो-दो डिप्टी सीएम बनाने की खबर को सीएम नीतीश कुमार ने बकवास बताया. उन्होंने कहा कि पता नहीं ये सब बात कहां से आ रही है. आपको बता दें कि पिछले कुछ दिनों से पार्टी के संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा को डिप्टी सीएम बनाए जाने की चर्चा हो रही थी. लेकिन अब खुद मुख्यमंत्री ने इस खबर को अफवाह और बकवास बता दिया है.
जातीय गणना सभी पार्टियों का फैसला है
वहीं जातीय गणना के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करने के सवाल पर सीएम नीतीश ने कहा कि यह बात उनकी समझ में नहीं आ रही है कि लोग इस गणना से परेशान क्यों हैं. जाति आधारित गणना से तो सभी जाति और धर्म के लोगों को फायदा होने वाला है. इससे किसी को नुकसान नहीं है. हमलोग तो पूरे देश में जाति आधारित गणना कराना चाहते थे ताकि बता चल सके कि कितना बिहारी बाहर रहता है. किसकी तादाद क्या है तभी तो उनके लिए योजनाओं की रूप रेखा तय होगी. सीएम ने कहा कि जातीय गणना का विरोध करने का कोई मतलब नहीं है. इसमें किसी का नुकसान नहीं है. इसमें विवाद खड़ा करना समझ से परे है .किसी समाज में कितना गरीब है. ये तो इसी से पता चलेगा. आश्चर्य होता है कि इसमें कुछ लोग सवाल उठा रहे हैं. पर ये गणना कराने का फैसला तो बिहार की सभी पार्टियों ने मिलकर किया था. इसके बाद भी जो जातीय गणऩा पर सवाल उठाता है तो फिर उसको पूरे मामले की समझ नहीं है.