दिल्ली : कर्नाटक चुनाव में बीजेपी की हार के बाद रणनीति बदलने पर चर्चा जोरों पर है.बार बार कहा जा रहा है कि इस बार 2024 का चुनाव बीजेपी के लिए आसान नहीं रहने वाला. कर्नाटक चुनाव में हार ने बीजेपी की रणनीति में कमी को जाहिर कर दिया है. बीजेपी की इसी कमी पर आरएसएस RSS ने भी मुहर लगा दी है.
RSS ने दी नसीहत
आरएसएस RSS ने बीजेपी को 2024 लोक सभा चुनाव को लेकर नसीहत दी है. संघ के मुखपत्र ऑर्गेनाइजर में लिखा है कि बीजेपी को आत्ममंथन की जरूरत है. बिना मजबूत आधार और क्षेत्रीय लीडरशिप के चुनाव जीतना आसान नहीं है. इतना ही नहीं संघ के मुखपत्र ने ये भी लिखा है कि मोदी का करिश्मा और हिंदुत्व के विचार चुनाव जीतने के लिए काफी नही हैं. संघ RSS के मुखपत्र ऑर्गेनाइजर के एडिटर प्रफुल्ल केतकर ने 23 मई के एडिटोरियल में ये बातें लिखी हैं.
कांग्रेस ने स्थानीय मुद्दा नहीं छोड़ा
इसके अलावा संपादक केतकर ने लिखा है कि आइडियोलॉजी और केंद्रीय नेतृत्व बीजेपी के लिए सकारात्मक पहलू हो सकते हैं. चाहे बीजेपी नेतृत्व ने राष्ट्रीय मुद्दों को लाने का प्रयास किया लेकिन स्थानीय मुद्दे को कांग्रेस ने नहीं छोड़ा और यही उनकी जीत की वजह रही. लेख में कहा गया है कि जिस तरह से कर्नाटक चुनाव में जातीय मुद्दों के जरिए वोट को मोबलाइज करने का प्रयास हुआ वो भी ऐसी जगह जो टेक्नोलॉजी का हब है,ये चिंता का विषय है.
करप्शन के मुद्दे पर बीजेपी बचाव की मुद्रा में थी
दरअसल मोदी और बीजेपी विकास और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर चुनाव लड़ती रही है. लेकिन मोदी के सत्ता में आने के बाद ये पहली बार हुआ जब कर्नाटक चुनाव में बीजेपी करप्शन के मुद्दे पर बचाव की मुद्रा में थी. प्रधानमंत्री मोदी पर करप्शन के आरोपों का जवाब नहीं दे पाए और ये पहली बार हुआ जब संघ RSS ने बीजेपी को चुनाव को लेकर नसीहत दी है.