Microsoft Big Investment:विश्व में भारत आर्टिफिशियल इंटेलिसजेंस का हब बनाने के लिए पूरी तरह से तैयार है. यही कारण है कि दुनिया की बड़ी टेक कंपनियां अरबों डालर के साथ यहां निवेश करने के लिए तैयारी में है. इसी सिलसिले में मंगलवार को माइक्रोसाफ्ट के सीईओ सत्या नडेला ने प्रधानमंत्री मोदी से दिल्ली में मुलाकात की.
Thank you, PM @narendramodi ji, for an inspiring conversation on India’s AI opportunity. To support the country’s ambitions, Microsoft is committing US$17.5B—our largest investment ever in Asia—to help build the infrastructure, skills, and sovereign capabilities needed for… pic.twitter.com/NdFEpWzoyZ
— Satya Nadella (@satyanadella) December 9, 2025
Microsoft Big Investment : सीइओ सत्या नडेला ने लिखा पोस्ट
इस बात की जानकारी खुद सत्या नडेला ने सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट लिख कर दुनिया को दी है. नडेला ने अपने पोस्ट में प्रधानमंत्री मोदी को टैग करते हुए उन्हें खास मुलाकात के लिए धन्यवाद किया है. नडेला ने आगे लिखा है कि @narendramodi जी, भारत में AI के अवसरों पर प्रेरणादायक बातचीत के लिए आपका धन्यवाद . देश की महत्वाकांक्षाओं को सपोर्ट करने के लिए माइक्रोसॉफ्ट US$17.5 बिलियन का निवेश कर रहा है . नडेला ने बताया कि भारत में किया जा रहा ये निवेश एशिया में उनकी कंपनी के द्वारा किये गया अब तक का सबसे बड़ा निवेश है. माइक्रोसॉफ्ट भारत में ये निवेश इसलिए कर रहा है ताकि यहां AI फर्स्ट भविष्य के लिए ज़रूरी इंफ्रास्ट्रक्चर, स्किल्स और सॉवरेन कैपेबिलिटीज बनाने में मदद मिल सके. @PMOIndia
Microsoft Satya Nadella:माइक्रोसॉफ्ट के द्वारा एशिया में सबसे बड़ा निवेश
सत्या नडेला और पीएम मोदी की मुलाकात आज दिल्ली में हुई. मुलाकात के बारे में बताया जा रहा है कि किसी टेक कंपनी के द्वारा भारत में किया गया ये सबसे बड़ा निवेश होगा. सत्य नडेला का कहना है कि उनकी कंपनी भारत में AI के विकास के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचे और स्किल डेवलपमेंट करने के उद्देश्य से 17.5 बिलियन अमरीकी डॉलर का निवेश करने जा रही है, जो एशिया में उनकी कंपनी का अब तक का सबसे बड़ा निवेश होगा.
निवेश की समय सीमा
जानकारी के मुताबिक कंपनी भारत में 17.5 बिलियन डालर का निवेश चरणबद्ध तरीके से करेगी. ये निवेश 2026 से 2029 तक चलेगा.
माइक्रोसाफ्ट ने इससे पहले भी भारत में निवेश किया है. जनवरी 2025 में कंपनी ने 3 अरब डॉलर के निवेश की घोषणा की थी , जिसमें पुणे, मुंबई और हैदराबाद में नये क्लाउड और एआई डेटा सेंटर्स खोलना शामिल हैं. यानी अगर इस निवेश को भी जोड़ दिया जाये को भारत में माइक्रोसॉफ्ट का निवेश अब लगभग 20.5 अरब डॉलर से अधिक की हो जायेगी.
निवेश के पीछे कंपनी का उद्देश्य
माइक्रोसॉफ्ट के भारत में निवेश के पीछे 2030 तक 1 करोड़ भारतीयों को एआई स्किल्स में ट्रेनिंग देना है. 2024 में अब तक कंपनी भारत में करीब 24 लाख लोगों को ट्रेनिंग दे चुकी है.
AI ट्रेनिंग के जरिये कंपनी के भारत में 2 लाख नौकरियां का सृजन करेगी. इसके साथ ही 5,000 स्टार्टअप्स को सपोर्ट करने का लक्ष्य है. कंपनी का मानना है कि इस निवेश से कंपनी 1.5 अरब डॉलर के वेंचर फंडिंग को आकर्षित कर पायेगी. टेक कंपनी का ये निवेश भारत को “एआई-फर्स्ट” देश बनाने की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है.

