Mauni Amavasya Snan : 29 जनवरी को मौनी अमावस्या को अवसर पर होने वाले सबसे बड़े अमृत स्नान (शाही स्नान) के लिए प्रयागराज में भक्तों के आने के सिलसिला अनवरत जारी है. मौनी अमावस्या पर्व का पवित्र कुंभ स्नान मंगलवार अर्ध रात्री से शुरु हो जायेगा. कुछ लोग रात आठ बजे से ही स्नान करना शुरु कर देंगे. हलांकि पंचांग के अनुसार मौनी अमावस्या का ब्रम्ह मूहूर्त 29 जनवरी के दिन सुबह 5 बजकर 25 मिनट से सुबह 6 बजकर 19 मिनट तक है. ऐसे में संगम के तट पर श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ती जा रही है. अनुमान लगाया जा रहा है आज रात से लेकर कल दिन भर में लगभग 8 से 10 करोड़ श्रद्धालुओं यहां अमृत स्नान के लिए आयेंगे. प्रयागराज के इस संगम तट पर जहाँ देखिये बस लोग ही लोग नजर आ रहे हैं. यहां आ रहे श्रद्धालुओ का जोश देखते ही बन रहा है. संगम के तट पर रात से ही श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला लगातार जारी है, जिस जहां जगह मिली वो वही सो गया और सुबह से ही पूरे इलाके में श्रद्धालु चाहे वो बच्चे हो या बुजुर्ग सब नाचते गाते नजर आ रहे हैं.

Mauni Amavasya Snan : सबसे बड़े अमृत स्नान पर सुरक्षा के तगड़े इंतजाम
मौनी अमावस्या पर होने वाले स्नान के लिए जुट रहे लोगों की संख्या को देखते हुए प्रशासन ने भी पुख्ता इंतजाम किये हैं. सभी तरह के वाहनों का प्रवेश मेला क्षेत्र में रोक दिया गया है . लगभग 12 किमी के क्षेत्र में विकसित सभी 44 घाटों पर स्नान कराने की व्यवस्था की गई है.

संगम तट पर वरिष्ठ पुलिस अधिकारियो के साथ 10 जिलों के डीएम ड्यूटी पर
करोड़ों श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो इसके लिए व्यापक प्रबंध किए गए हैं. घाटों पर एसडीएम रैं के अधिकारी के साथ साथ सीओ, तहसीलदार और नायब तहसीलदारों को भी लगाया गया है. संगम तट के घाटों के अलावा ऐरावत घाट और अरैल घाट पर आइएएस अधिकारियो, एडीएम और एसडीएम रैंक के पीसीएस अधिकारियों को लगाया गया है. इसके अलावा प्रयागराज समेत इसके आसपास चारों ओर स्थित 10 जिलों के डीएम व एसपी भी ड्यूटी पर लगाये गये हैं.