एलियंस हैं या नहीं ये सवाल हर किसी को रोमांच से भर देता है. साथ ही साथ डरा भी देता है. ऐसे में वक्त वक्त पर UFO देखे जाने और एलियंस के हमारे बीच रहने की घटनाएं या यु कहें की अफवाह आमने आती रही. Area 51 की थ्योरी आसमान में दिखते UFO अक्सर ये सवाल बारबार दुनिया के सामने लेकर रख देते हैं. खास तौर पर अमेरिका में यूएफओ देखने से जुड़ी घटनाएं कई बार सामने आती रही हैं. कभी आम लोगों ने आसमान में किसी अनजान चीज को उड़ते देखा है तो कभी एयरफोर्स के पायलट ने, यूएफओ को आम तौर पर लोग एलियन से जोड़ देते हैं. क्या आप जानते हैं अमेरिका में इससे जुड़ा एक विभाग भी है. लेकिन अब मांग की जा रही है कि सरकार के पास जो जानकारी है, उसमें और भी ज्यादा पारदर्शिता लाई जाए. ताकि सच सबके सामने आ सके अमेरिकी सेना के तीन रिटायर्ड अधिकारियों ने यूएफओ से जुड़ी घटनाओं पर सदन में होने वाली सुनवाई में गवाही दी. इसके साथ उन्होंने कहा कि इन्हें देखा जाना राष्ट्रीय सुरक्षा की समस्या है और सरकार उनके बारे में बहुत गुप्त रही है.
अमेरिकी सरकार से मांगे गए जवाब?
दरअसल कांग्रेस की एक ओवरसाइट उपसमिति ने बुधवार को यूएफओ पर सुनवाई रखी थी. इस सुनवाई के लिए दबाव डालने वाले सांसदों ने सरकार से यूएफओ को लेकर और भी ज्यादा पारदर्शी होने को कहा था. अमेरिका के पूर्व नौसेना पायलट रयान ग्रेव्स ने कहा, ‘अगर यूएफओ विदेशी ड्रोन हैं तो यह तत्काल राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा है. अगर यह कुछ और हैं तो विज्ञान का मुद्दा है. किसी भी मामले में अमेरिका के आसमान में उड़ने वाली अज्ञात वस्तुएं उड़ान सुरक्षा के लिए एक चिंता का विषय हैं.’
हवा में उड़ने वाली किसी भी अज्ञात चीज को सरकार यूएपी कहती है. हाल के कुछ सालों में दिखे UAP पर सरकार ने रिपोर्ट जारी की है. कुछ को सरकार अभी समझ नहीं सकी है. वहीं कुछ चीजों को गुब्बारा या प्लास्टिक के साथ-साथ ड्रोन, चिड़िया या मौसम की घटना बताया गया है. अमेरिकी नौसेना के रिटायर्ड कमांडर डेविड फ्रैवर और ग्रेव्स ने सेना में सर्विस के दौरान यूएपी देखे जाने के बारे में गवाही दी. वायुसेना के पूर्व खुफिया अधिकारी डेविड ग्रुश ने आरोप लगाया कि सरकार ने UAP देखे जाने के मामलों से जुड़े अपने रिसर्च को छिपाया है. अमेरिका इन UAP की रिवर्स इंजीनियरिंग कर रहा है. ग्रुश ने यह भी दावा किया कि सरकार के पास UAP ही नहीं, बल्कि इन विमानों से कथित तौर पर बरामद जीवों (एलियन) के अवशेष भी हैं. लेकिन वहीँ दूसरी तरफ पेंटागन ने सभी आरोपों से इनकार किया है.
सुनवाई के दौरान पूछा गया कि यूएपी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा क्यों हैं, इस पर फ्रैवर ने 2004 में देखी गई घटना का जिक्र करते हुए कहा, ‘जिस तकनीक का हमने सामना किया है. वह हमारे पास मौजूद किसी भी टेक्नोलॉजी से कहीं बेहतर थी.’ अमेरिका के टेनेसी से रिपब्लिकन प्रतिनिधि टिम बर्चेट ने कहा, ‘यह सरकारी पारदर्शिका का मुद्दा है.’ उन्होंने आगे कहा, ‘हमारी सुनवाई का लक्ष्य छोटे हरे आदमी जैसे दिखने वाले एलियन या एलियन शिप को खोजना नहीं है. हम सिर्फ तथ्यों तक जाना चाह रहे हैं.’ वैसे तो Area 51 जो की अमेरिका का एक ख़ुफ़िया बेस उसे लेकर भी कहा जाता है कि वहां पर अमेरिका एलियंस के साथ कुछ शोध करते हैं.