Ahemdabad crash : अहमदाबाद की भीषण क्रैश के बाद से ही लगातार लोग इस बात को लेकर हैरान है कि आखिर जिस हादसे में सभी लोग मारे गये, उनमें इकलौते रमेश विश्वास ने कैसे मौत को मात दिया और सही सलामत बाहर निकल आये. रमेश विश्वास को लेकर लेकर लोग अलग अलग थ्योरियां गढ़ रहे हैं. कई लोग शक की निगाह से भी देख रहे हैं क्योंकि अहमदाबाद विमान हादसे में रमेश विश्वास नाम के इस शख्स का जिंदा बचना किसी चमत्कार से कम नहीं था. रमेश विश्वास के अलावा विमान मे मौजूद सभी 141 लोगों की मौत हो गई.
Ahemdabad crash में कैसे बचे रमेश विश्वास
लोग लगातार इस बारे में बातें कर रहे हैं कि आखिर ऐसा क्या चमत्कार हुआ होगा कि इतने बड़े हादसे में रमेश विश्वास को केवल कुछ खरोचें आई. तो आपको बता दें कि यहां एक बार फिर से वही कहावत सच होती दिखाई दे रही है कि जाको राखे साइयां मार सके ना को. प्लेन एकेसीडेंट के बाद जिस जगह पर गिरा वो जगह दो बिल्डिंग के बीच की जगह बताई जा रही है. बताया जा रहा है कि इस जगह पर मिट्टी गिली थी. विमान का आधा हिस्सा बिल्डिंग के अंदर और आधा हिस्सा बिल्डिंग के बाहर था.इंडिया टुडे के मुताबिक विमान जहां क्रैश होकर गिरा, वहां मिट्टी ढीली थी और इसी की वजह से रमेश विश्वास की जान बच सकी. जब तक विश्वास विमान से बाहर निकलते, तब तक उसमें आग भी नहीं लगी थी. यह सबकुछ चंद सेकंड्स के बीच में ही हुआ.
गीली मिट्टी ने बचाई रमेश विश्वास का जान
पहली नजर में यह माना जा रहा है कि अगर विमान में तुरंत ही ब्लास्ट हो गया होता तो रमेश सुरक्षित बाहर नहीं निकल पाते. ऐसे में अब उनके बचने का क्रेडिट काफी हद तक उस जगह को दिया जा रहा है, जहां उनका विमान गिरा था. उस मिट्टी की वजह से रमेश विश्वास जब प्लेन से गिरे तो उन्हें कम चोट आई और वो आराम से निकल कर बाहर आ सके.