अयोध्या : जैसे जैसे अय़ोध्या में श्री राम मंदिर के रामलला के विग्रह के प्राण प्रतिष्ठा का दिन करीब आ रहा हैं, इस अयोध्या नगरी की शोभा दिन दुनी रात चौगुणी बढ रही है. देश विदेश से लोग श्री राम के नगर में अपने शीष नवाने पहुंच रहे हैं. अयोध्या में इन दिनों उत्सव का माहौल है. अयोध्या का चप्पा चप्पा सियाराम की नाम की गूंज रहा है.जगह जगह से श्रीराम के पूजन के लिए उपहारों का लािन लगी है. शनिवार को Ayodhya Janakpur Gift अयोध्या आया

Janakpur Ayodhya Gift नेपाल से आया गृहप्रवेश का सामान
श्री राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा को लेकर भारत में ही नहीं नेपाल में भी खासा उत्साह है. नेपाल के जनकपर से शनिवार को एक जत्था 500 लोगों के साथ भार लेकर अयोध्या पहुंचा. इस भार में देवी सीता के ससुराल में होने वाले गृहप्रवेश के लिए मायके से आने वाले उपहार भरे हैं. नेपाल से 2100 थाल अयोध्या पहुंचा है, जिसमें 51 तरह के पकवान, मिठाइयां फल और मिथिलांचल का मखाना और पान शामिल है. इन मिठाइयों और फल मेवे के साथ चार किलो चांदी से बना तीर कमान शामिल है.

जनकपुर देवी सीता का मायका और भगवान श्रीराम का ससुराल है. यही कारण है कि नेपाल के लोग अय़ोध्या में 500 सालों के बाद हो रहे प्राण प्रतिष्ठा को एक तरह से अपनी बहन के नये घर का गृहप्रवेश मान रहे हैं और मिथिला की परंपरा के मुताबिक बेटी के ससुराल में होने वाले आयोजन के लिए मायके से जो सौगात आते हैं, वही सौगत लेकर जनकपुर से 500 लोगों का जत्था अय़ोध्या पहुंचा है.

इस जत्थे ने श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिच चंपत राय को नेपाल के जनकपुर से आई सौगत सौंपी. इस सौगात में सोने चांदी के आभूषण , चांदी के रसोई के बर्तन, खाना बनाने के लिए पूरा रसोई का समान, बेटी सीता के लिए श्रृंगार का सामान,राजा जनक के पूरे परिवार, के लिए कपड़े, आभूषण, सूखे मेवे और रसोई का सारा सामान शामिल है.
नेपाल के जनकपुर से आये राम बाबू शाह कहते हैं कि वे लोग अपनी बेटी के घर होने वाले नये घर के गृहप्रवेश के लिए ये उपहार लेकर आये हैं. रामलला को 500 साल के बाद एक नया घर मिल रहा है.जनकपुर की बेटी के घर में गृहप्रवेश हो रहा है, इसलिए ये समय उनके लिए उत्सव के समान है. अपनी बेटी की खुशियों में शामिल होकर वो अपने आप को धन्य मान रहे हैं. नेपाल से आये लोगों ने महिला और पुरुष दोनो शामिल हैं.
नेपाल के जनकपुर से सौगात लेकर आये प्रमोद चौधरी का कहना है कि अगर मंदिर प्रशासन की तऱफ से लोगों को फिलाहल ना आने की अपील नही की गई होती तो नेपाल से हजारों लोग श्री राम मंदिर के उद्घाटन समारोह मे शामिल होने आ जाते.

जिस समय नेपाल के जनकरपुर से इन राम भक्तों का जत्था अय़ोध्या के लिए निकला , हजारों की संख्या में लोगो ने देर रात तीन बजे अपने अपने घरों से बार निकल कर जत्थे को अपनी अपनी तरफ से कुछ ना कुछ सौगात देकर अयोध्या भेजा . अयोध्या के लोगों का अपनी बेटी सीता के लिए स्नेह ही है जो दोनों देशों को एक डोर से बांध कर रखता है .