पटना (अभिषेक झा,ब्यूरो चीफ) : बाबा बागेश्वर धीरेंद्र शास्त्री के विरोध के बीच बिहार विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने उनके स्वागत की बात कही है. विजय सिन्हा का कहना है कि बिहार के गौरवमयी अतीत का स्मरण कर सभी को बागेश्वरधाम के कथावाचक पंडित धीरेन्द्र शास्त्री का स्वागत औऱ सम्मान करना चाहिए.
धर्मनिरपेक्षता का मतलब अपने धर्म का अपमान नहीं
विजय सिन्हा ने कहा कि बिहार की धरती ज्ञान,विज्ञान,शांति और अहिंसा की रही है. लोकतंत्र की जननी बिहार में अतिथि को देवता के रूप में पूजा जाता है. ऐसे में सत्ता पक्ष एवं विपक्ष दोनों को बिहार की मर्यादा को ध्यान में रखते हुए पंडित धीरेन्द्र शास्त्री के कार्यक्रम में सकारात्मक सहयोग करना चाहिए. उन्होंने कहा कि धर्म निरपेक्षता का यह मतलब नहीं है कि अपने धर्म का अपमान करें.
उत्तेजना और नफरत फैलाने वाले बयानों से बचना होगा
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि ऐसे सभी बयानों से हमें बचना होगा जो समाज में उत्तेजना और नफरत फैलाता हो. हज़ारों वर्ष पुरानी हमारी संस्कृति में साधु संतों के स्वागत का इतिहास रहा है. ईश्वर चर्चा से व्यक्ति एवं स्थान दोष मुक्त हो जाता है. बिहार सौभाग्यशाली है कि बजरंगबली के अनन्य भक्त पंडित धीरेन्द्र शास्त्री यहां आकर प्रवचन करने वाले हैं.
बाबा का हो रहा है विरोध
आपको बता दें कि विजय सिन्हा का ये बयान तब आया है जब सत्ता पक्ष से बाबा के विरोध की आवाज उठने लगी. सबसे पहले तेज प्रताप यादव ने बाबा का विरोध किया था. तेज प्रताप ने कहा था कि अगर बाबा समाज को बांटने वाली बात करेंगे तो उनका विरोध करुंगा. अगर धीरेंद्र शास्त्री ज्यादा हिंदू-मुसलमान करेंगे तो उनको एयरपोर्ट पर ही घेराव करुंगा. इस बयान के साथ ही तेज प्रताप ने अपने ट्वीटर अकाउंट पर कुछ कार्यकर्ताओं की तस्वीर शेयर की थी. उनके हाथों में लाठी भी दिख रही थी.
सहकारिता मंत्री ने भी किया विरोध
इसके बाद बिहार के सहकारिता मंत्री ने तो विरोध की तमाम हद पार कर दी. सहकारिता मंत्री सुरेंद्र प्रसाद यादव ने शर्मनाक बयान दिया. उन्होंने कहा कि बाबा के दरबार में जाने पर महिलाओं के कपड़े खुल जाते हैं.इन सब बातों के बीच आज नेता प्रतिपक्ष ने विश्वास जताया है कि बिहार सरकार पंडित धीरेन्द्र शास्त्री के पटना आगमन से प्रस्थान तक उन्हें पूर्ण सौजन्य, सुरक्षा एवं सहयोग प्रदान करते हुए प्रवचन के कार्यक्रम को सफल बनाएगी.

