Elon Musk Out : भारत में अक्सर लोग सरकारी लाल फीताशाही का शिकार होते हैं. आमतौर पर लोग सरकारी कल्चर से कई बार निराश होते हैं और फिर मान लेते है कि काम तो ऐसे ही होगा लेकिन भारत से दूर अमेरिका में भी कुछ ऐसी ही स्थिति होगी इसका अंजादा कम हो लोगों को होगा.
Elon Musk Out : ट्रंप प्रशासन से बाहर हुए इलॉन मस्क
अमेरिका में ये मामला तब सामने आया है,जब खरबपति इमॉन मस्क ने ट्रंप प्रशासन से खुद को अलग करने का फैसला किया. अमेरिका सरकार में DOGE य़ानी Department of Government Efficiency के सलाहकार के रुप में काम कर रहे इलॉन मस्क ने 28 मई को सीबीएस टेलिविजन को एक इंटरव्यू दिया जिसमें उन्होंने ट्रंप प्रशासन के नीतियों की आलोचना की. उन्होने कहा कि – “एक बिल बड़ा हो सकता है. एक बिल अच्छा हो सकता है लेकिन मुझे नहीं पता कि ये दोनों हो सकता है या नहीं” इलॉन मस्क के इस इंटरव्यू के बाद ही उन्हें ट्र्प प्रशासन से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है.
इलॉन मस्क ने सार्वजनिक की अपनी विदाई की खबर
समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने व्हाइट हाउस के सूत्रों के हवाले बताया है कि खरबपति एलॉन मस्क की ट्रंप सरकार से विदाई का फैसला सीनियर स्टाफ लेवल पर लिया गया. मस्क की विदाई आनन-फानन में कर दी गई.बताया गया कि ये पूरी प्रक्रिया अनौपचारिक थी. इलॉन मस्क ने अपनी विदाई की जानकारी साझा करने से पहले ट्रंप से मुलाकात भी नहीं की .
महज 4 महीने 9 दिन का रहा मस्क का कार्यकाल
ट्रंप प्रशासन में इलॉन मस्क का कार्यकाल महज 4 महीने 9 दिन का रहा. मस्क ने 20 नवरी 2025 को ट्रंप प्रशासन में DOGE-Department of Government Efficiency के बतौर सलाहकार नियुक्त हुए थे और 29 मई को उन्होंने अपना पद छोड़ने की घोषणा कर दी.
ट्रंप के टैऱिफ नीति से रही मस्क की नाराजगी
दरअसल जब से राष्ट्रपति ट्रंप ने फिर से अमेरिकी की बागडोर संभाली है और नई टैरिफ नीति की घोषणा की है,उसके कारण अपने देश में ही उन्हें विरोध का सामना करना पड़ रहा है. अमेरिकी मे व्यापार से जुड़े लोग परेशान हैं और लगातार ट्रंप की नीतियों की आलोचना हो रही है,इलॉन मस्क ने भी कहा कि जब से नई टैरिफ नीति की घोषणा हुई है, उनके व्यापार को भी घाटा हुआ है.
ट्रंप और मस्क के बीच कैसे आई दूरी ?
अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद उनकी नई सरकार में खऱबपति इलॉन मस्क एक पावरफुल व्यक्ति के रूप में उभरे.हर जगह नजर आते और नौकरशाही में पारंपारिक मानदंडों को छोड़ काम करने मे विश्वास रखते थे. ट्रंप ने इलॉन मस्क को उस विभाग का सलाहकार बनाया जिसे अमेरिकी सरकार के खर्चे में कटौती के लिए बनाया गया था. ट्रंप की नीतियो पर चलते हुए मस्क ने कहा कि कोविड काल के विशेषाधिकार को अगर खत्म कर दिया जाये तो लोग खुद नौकरियां छोड़ना शुरू कर देंगे.
हाल ही में राष्ट्रपति ने एक बिल बनाया ‘One Big Beautiful Bill Act’. इस बिल में टैक्स कटौती से लेकर अवैध घुसपैठ रोकने तक के लिए सख्ती से नियमों को लागू करने और बॉर्डर सुरक्षा को बढ़ाने का प्रावधान है.
मस्क ने इस बिल को बहुत अधिक खर्चे वाला बिल बताकर ट्रंप सरकार के नीतियो की आलोचना की.उन्होंने कहा कि सरकार का ये बिल संघीय घाटे को बढ़ानेवाला और DOGE को कमजोर करने वाला बिल है. अपने इंटरव्यू मे भी मस्क ने इसे लेकर ही कहा कि एक बिल ‘एक बिल बड़ा हो सकता है. एक बिल अच्छा हो सकता है लेकिन मुझे नहीं पता कि ये दोनों हो सकता है या नहीं’ बताया जा रहा है कि राष्ट्रपति की नीतियों की आलोचना के बाद ही इलॉन मस्क को ट्रंप प्रशासन से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है.