EC Congress : हरियाणा चुनाव के बाद रिजल्ट की घोषणा के दौरान और कई जगहों पर अप्रत्याशित रिजल्ट के बाद कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जन खरगे , कांग्रेस के बड़े नेता जयराम रमेश, पनन खेड़ा आदि के आरोप के बाद आज चुनाव आयोग ने कांग्रेस के एक डेलिगेशन को मिलने का समय दिया है. चुनाव आयोग ने सोशल मीडिया पर जानकारी साझा करते हुए लिखा है –
“आयोग ने आपके और विपक्ष के नेता के बयानों पर गौर किया है, जिसमें हरियाणा के नतीजों को “अप्रत्याशित” बताया गया है और कांग्रेस ने इसका विश्लेषण करने और अपनी शिकायतों के साथ चुनाव आयोग से संपर्क करने का प्रस्ताव रखा है.यह मानते हुए कि पार्टी अध्यक्ष का बयान चुनावी नतीजों पर पार्टी की औपचारिक स्थिति है, चुनाव आयोग ने आज शाम 6 बजे प्रतिनिधिमंडल से मिलने पर सहमति जताई है.”
EC Congress : कांग्रेस ने चुनाव परिणाम को बताया अस्वीकार्य
गौरतलब है कि 8 अक्टूबर को हरियाणा विधानसभा चुनाव की मतगणना के समय कांग्रेस पार्टी ने कई बार चुनाव आयोग से प्रकिया को लेकर शिकायत की. कांग्रेस पार्टी के बड़े नेता जयारम रमेश ने चुनाव आयोगी बेवसाईट के धीने चलने की बात कही वहीं की सेंचर्स पर इवीएम को लेकर बड़ी शिकायतें आई. कांग्रेस की तरफ से कहा गया कि कई सेंटर्स पर इवीएम मशीन मतदान के बाद भी 99 प्रतिशत बैट्री फुल दिखा रहीथी. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि कई सेंटर्स पर फिल चार्ज इवीएम मशीन के आने के बाद उन मशीनों के रिजल्ट दूसरे मशीनों से अलग आये. फुल चार्ज बैट्री वाले इवीएम से बीजेपी के पक्ष में 70 प्रतिशत तक वोट मिले , वहीं जो इवीएम पहले से वहीं रखे हुए थे उनके परिणाम अलग आ रहे थे.
चुनाव आयोग ने लिखा – ऐसा बयान हमने कभी सुना नहीं
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि कई जगहों पर उनके उम्मीदवार बेहद कम वोट से हारे , क्योंकि वहां मतगणना को लेकर शिकायत रही. कांग्रेस पार्टी ने कई तरह की शिकायतो के साथ 8 अक्टूबर को चुनाव आयोग को पत्र लिखा था जिसमें आयोग से मिलने के लिए समय मांगा था. आज कांग्रेस अध्यक्ष के अनुरोध का जवाब देते हुए चुनाव आयोग ने एक चिट्ठी जारी की है जो बताय ागया है कि कांग्रेस अध्यक्ष मिल्लिकार्जुन खरगे को लिखा है.

चुनाव आयोग ने और क्या लिखा ?
चुनाव आयोग ने अपने पत्र में पार्टी जयरा रमेश , पवन खेड़ा आदि के बयानों को आधार बनाते हुए लिखा है कि कांग्रेस के नेताओं जयराम रमेश और पवन खेड़ा ने कहा हाै कि ये चुनाव परिणाम अस्वीकार्य हैं, देश की समृद्ध लोकतांत्रिक व्यवस्था में ऐसा ऐसा बयान हमने कभी नहीं सुना. चुनाव आयोग ने सख्त भाषा का प्रयोग करते हुए लिखा है कि ऐसे बयान अभिव्यक्ति की आजादी से बहुत दूर हैं.ऐसे बयान नियामक चुनावी ढांचे के अनुसार लोगों की इच्छा की अलोकतांत्रिक अस्वीकृति की ओर बढ़ता है.
शाम 6 बजे चुनाव आयोग ने कांग्रेस के प्रतिनिधि मंडल को मिलने का समय दिया है.