मुंबई – पटना : कोविन पोर्टल डाटा लीक Covin Portal Data Leak मामला सनसनीखेज बनता जा रहा है. इसके साथ ही ये देश की जनता के निजी जानकारी को भी खतरे में डालने वाला साबित हो सकता है.
Covid पोर्टल से डाटा लीक का मामला
कुछ दिनों पहले Covin Portal Data Leak मामले में दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल की IFFSO यूनिट ने FIR दर्ज किया था. उसके बाद जांच करते हुए स्पेशल सेल ने बिहार से एक शख्स को गिरफ्तार किया. सूत्रों के मुताबिक गिरफ्तार शख्स ने ही कोविन पोर्टल से लोगों का डाटा निकालकर टेलीग्राम पर डाला था. गिरफ्तार आरोपी की मां बिहार में हेल्थ वर्कर है. इसलिए उसकी पहुंच कोविन पोर्टल पर आसानी से हो गई. मां की ओर से दी गई जानकारी के जरिए ही आरोपी कोविन पोर्टल और डाटा तक पहुंच गया था.
Covid के समय भ्रष्टाचार का मामला
इस डाटा लीक के साथ ही कोविड के समय में हुए भ्रष्टाचार की भी जांच चल रही है. इस सिलसिले में कोविड घोटाले मामले में ED ने बुधवार को 15 जगहों पर छापेमारी की थी और उस छापेमारी में ED को 68.65 लाख रुपए कैश मिले. महाराष्ट्र के कई जगहों पर स्थित 50 प्रॉपर्टी के डॉक्यूमेंट मिले हैं जिनकी बाज़ार में क़ीमत 150 करोड़ से अधिक है. इसके अलावा 15 करोड़ रुपये की फिक्स्ड डिपॉजिट और इन्वेस्टमेंट मिले हैं. इसके अलावा 2.46 करोड़ रुपये क़ीमत के ज्वैलरी भी मिले हैं. ED ने कई मोबाइल फ़ोन और लैपटॉप भी जप्त किए हैं. इसके साथ ही कई सारे महत्वपूर्ण डॉक्यूमेंट भी बरामद हुए हैं.
BMC की पूर्व मेयर घेरे में
सर्च में पता चला कि एक कंपनी मृत COVID-19 मरीजों के लिए बॉडी बैग दूसरी कंपनी को 2000 रुपए में दे रहा था और वो कंपनी उसी बॉडी बैग को 6800 रुपए में सेंट्रल प्रोक्योरमेंट डिपार्टमेंट को दे रहा था और यह कॉन्ट्रैक्ट उस समय की बीएमसी मेयर के कहने पर दिया गया था. अब ED जल्द ही मुंबई बीएमसी की पूर्व मेयर किशोरी पेडणेकर को समन भेज पूछताछ के लिए बुलाने वाली है.