नई दिल्ली – ( रिपोर्टर – बक्सर से धीरज कुमार, नवादा से अमित गुप्ता और कैमूर से अजीत कुमार और दानापुर से पंकज राज) केंद्र सरकार के नये हिट एंड रन कानून H&R Law Strike को सख्त किया जाने के खिलाफ पूरे देश में विरोध प्रदर्शन जारी है. बिहार मे जगह जगह पर बस और ट्रक चालक इस कानून का विरोध कर रहे हैं. बिहार में लगभग हर शहर में बस और ट्रक ड्राइवर्स हड़ताल पर हैं. सड़कों और हाइवेज पर टायर्स जलाकर और आ जा रही वहानों को रोक कर तोड़ फोड़ तक की जा रही है. आम लोगों के लिए हड़ताल परेशानी का कारण बनते जा रहे हैं. बिहार के लगभग हर शहर का नजारा लगभग ऐसा ही है, कहीं शहर में तो कहीं हाइवेज पर बसों और ट्रकों के ड्राइवर्स ने चक्का जाम कर रखा है. टायर्स जलाये जा रहे हैं.

H&R Law Strike बक्सर में आम जीवन अस्त व्यस्त
बक्सर में वाहन चालकों की हड़ताल के कारण आम जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है. यहां तक की नये साल की रौनक और इस हड़ताल के कारण फीकी पड़ गई. लोगों को आवागमन में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. बक्सर में शहर की तमाम बसें जयप्रकाश बस पड़ाव में खड़ी कर दी गई हैं. शङर में अगर आवागमन का कोई साधन है तो केवल ऑटो रिक्शा और हाथ रिक्शा ही उपलब्ध है.

नवादा में चक्काजाम से शहर में सन्नाट
नवादा में भी लगभग ऐसा ही हाल दिखाई दिया. नये साल के मौके पर रोडवेज की बसों ने चक्का जाम कर दिया और लोग परेशान होते नजर आये. बसों और ट्रकों के ड्राइवर्स गुस्से में हैं. उनका कहना है कि सरकार ने हिट और रन को लेकर जो नया कानून बनाया है वो उनपर ज्यादती है, उसे वापस लिया जाये.

कैमूर में बस अड्डे पर जमा हुई बसें और ट्रक
वहीं कैमूर के दुर्गावती में नेशनल हाईवे-2 पर मंगलवार को लगातार दूसरे दिन भी ट्रक ड्राइवर्स केंद्र सरकार के नए कानून का विरोध करते नजर आये और हड़ताल जारी रखा. हालत ये है कि ट्रक ड्राइवर अपनी गाडियों के टायर्स जलाकर सड़कों पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.ड्राइवर्स की हड़ताल का असर ये हो रहा है कि बस डीपो में सब्जियों और माल से लदे ट्रक खड़े हैं अपने गंतव्य तक नहीं पहुंच पा रहे हैं. जाहिर है ऐसे में इसका असर आम लोगों के खाने पीने और रोजमर्रा की चीजों की कीमतों पर पड़ेगा.

दानापुर में सड़कें वीरान
दानपुर में भी हड़ताल असर दानापुर दिखाई दे रहा है . गाड़ियों का परिचालन बंद है. सड़कें वीरान हैं.अतिव्यस्त रहने वाले दानापुर का बस स्टैंड इस समय सुनसान पड़ा है. ड्राईवर सड़क पर टायर जलाकर अपना रोष प्रकट कर रहे है…
दरअसल बिहार ही नहीं देश के कई हिस्सों में हिट और रन कानून में आये नये संशोघन को लेकर ट्रक और बस ड्राइवरों की हड़ताल चल रही है. बस ट्रक एसोसियेशन सरकार से इस बिल को वापस लेने की मांग कर रहे हैं.

आखिर क्यों विरोध कर रहे हैं बस और ट्रक चालक
केंद्र सरकार ने मोटर व्हीकल एक्ट के तहत हिट औऱ रन केसेसे के मामले में कानून को सख्त करते हिए कुछ नये प्रावधान किये हैं. सरकार के नये प्रवाधान के मुताबिक अगर कोई सड़क पर एक्सीडेंट करके भाग जाता है तो ऐसी स्थिति में नये कानून के तहत एक्सीडेंट करने वाले को 10 साल की सजा और 7 लाख रुपये तक का जुर्माना लगेगा.कानून को सख्त करने के पीछ सरकार की मंशा सड़कों पर बेलगाम चलने वाले वाहनों पर लगाम लगाते हुए दुर्घटनाओं को रोकना है .इन रोड एक्सीडेंट्स से होने वाली मौतों और जान माल की क्षति को रोकना है, लेकिन ट्रक और बस चालकों का तर्क है कि कोई जानबूझ कर एक्सीडेंट नहीं करता है, अगर उनसे जाने आनजाने में एक्सीडेंट हो जाता है तो नये नियम के मुताबिक 5-7 लाख रुयये का जुर्माना वो कैसे भरेंगे ?
बस ट्रक चालकों का तर्क
बस-ट्रक चालक का ये भी तर्क है कि कभी-कभी ऐसा भी होता है कि लोग वाहन के सामने आ जाते हैं और एक्सीडेंट हो जाता है. उस स्थिति में अगर लोग ड्राइवर्स के साथ मारपीट करते हैं तो उनके लिए कोई सुरक्षा संबंधित कोई कानून नहीं बनाया गया है, उल्टा ड्राइवर पर ही जुर्माना और सजा का कानून बनाया गया है. सरकार ड्राइवरों के साथ गलत कर रही है. ड्राइवर्स की मांग है कि सरकार या तो कानून में संशोधन करें या कानून वापस लें अन्यथा आंदोलन उग्र होता जायेगा.
पिछले साल सड़क पर दुर्घटना में 1 लाख 71 हजार लोगों की मौत
आपको बता दें कि नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो (NCRB) के मुताबिक साल 2022 में 4 लाख 46 हजार 768 हादसे दर्ज किए गए जिसमें से 4 लाख 23 हजार 158 लोग घायल हुए जिसमें 1 लाख 71 हजार 100 लोगों की मौत हो गई.