Bihar Politics: राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद की बेटी रोहिणी आचार्य ने आरोप लगाया है कि ट्रोल्स, बिकाऊ मीडिया और पार्टी पर कब्जा करने की बुरी मंशा रखने वाले लोग उनके खिलाफ निराधार अफवाहें फैला रहे हैं.
“मेरी कभी कोई राजनीतिक महत्वाकांक्षा नहीं”- रोहिणी आचार्य
रविवार रात एक्स पर अपनी एक नई पोस्ट में उन्होंने कहा, “मेरी कभी कोई राजनीतिक महत्वाकांक्षा नहीं रही, मुझे न तो राज्यसभा में जाने में रुचि है, न ही विधानसभा टिकट में, और न ही किसी अन्य उम्मीदवार का समर्थन करने में.”
उन्होंने आगे कहा, “मेरी अपने परिवार के किसी भी सदस्य से कोई प्रतिद्वंद्विता नहीं है, न ही मुझे भविष्य की किसी सरकार में कोई पद पाने में कोई दिलचस्पी है. मेरे लिए, मेरा आत्म-सम्मान, मेरे माता-पिता के प्रति मेरा समर्पण और मेरे परिवार का सम्मान सर्वोपरि है. ट्रोल्स, बिकाऊ मीडिया और पार्टी पर कब्ज़ा करने की बुरी मंशा रखने वाले लोग मेरे खिलाफ निराधार अफवाहें फैला रहे हैं.”
खबर थी कि तेजस्वी से नाराज है रोहणी
आचार्य का यह स्पष्टीकरण कुछ रहस्यमयी ट्वीट्स के बाद आया है, जिनसे यह अटकलें लगाई जा रही थीं कि वह अपने छोटे भाई तेजस्वी यादव के प्रभाव से नाखुश थीं.
मीडिया के एक हिस्से में ऐसी खबरें आई हैं कि सिंगापुर में रहने वाली आचार्या, जिनके एक्स पर दो लाख से ज़्यादा फ़ॉलोअर्स हैं, लेकिन वह केवल तीन हैंडल्स को फ़ॉलो करती हैं, ने अपने पिता और छोटे भाई को “अनफ़ॉलो” कर दिया है. दोनों सोशल मीडिया साइट पर उन्हें फ़ॉलो करते रहते हैं.
रोहिणी मेडिकल स्नातक है और फिलहाल एक गृहिणी है. पिछले साल के लोकसभा चुनावों में वो सारण से पार्टी की उम्मीदवार थीं. लेकिन बीजेपी के राजीव प्रताप रूड़ी से हार गई थी
Bihar Politics: क्या लालू परिवार बढ़ रहा है बिखराव की ओर
बिहार विधानसभा चुनावों से पहले, ऐसा लग रहा है कि राजद अपने संस्थापक अध्यक्ष के परिवार में कलह देखने वाला है.
तेज प्रताप यादव इस साल की शुरुआत में पिता लालू प्रसाद की बनाई पार्टी से निकाले जाने के बाद से ही नाराज़ चल रहे हैं, वहीं आचार्या ने पिछले कुछ दिनों में अपने ट्वीट्स की श्रृंखला से कई लोगों को चौंका दिया है.
47 वर्षीया ने पिछले हफ़्ते अपने एक्स हैंडल पर एक पोस्ट किया था जिसमें उन्होंने लिखा था, “मैं एक बेटी और एक बहन के रूप में अपने कर्तव्यों का पालन कर रही हूँ और करती रहूँगी. न तो मुझे किसी पद की लालसा है और न ही मेरी कोई राजनीतिक महत्वाकांक्षा है.”
एक अन्य ट्वीट में, उन्होंने अपने पिता की जान बचाने वाली सर्जरी के लिए ऑपरेशन थियेटर ले जाते समय का एक वीडियो साझा किया और लिखा, “जो लोग अपनी जान जोखिम में डालकर बलिदान देने को तैयार रहते हैं, उनके खून में निडरता, साहस और आत्मसम्मान दौड़ता है.”
तेज प्रताप यादव, जिन्होंने गुमनाम पार्टियों का एक बहुरंगी गठबंधन बनाकर अपने पिता की पार्टी के लिए माहौल बिगाड़ने की कसम खाई है, आचार्य के समर्थन में सामने आए.
तेज प्रताप ने कहा “रोहिणी मुझसे बहुत बड़ी हैं. बचपन में मैं उनकी गोद में खेला करता था. उन्होंने जो त्याग किया है, वह किसी भी बेटी, बहन और माँ के लिए बहुत कठिन है. उन्होंने जो पीड़ा व्यक्त की है, वह जायज़ है”.
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