पटना : बिहार की राजधानी पटना में एक बार फिर सत्ता के तामझाम के कारण एक गरीब की जान पर आफत आ गई. मामला फतुहा पुल का है. आज सुबह सीएम नीतीश कुमार के काफिले को गुजारने के लिए वीवीआईपी रुट लगाया गया और फतुहा पुल पर ट्रैफिक रोक दिया गया. इस ट्रैफिक में एक बीमार बच्चा एंबुलेंस Ambulance से अस्पताल ले जाया जा रहा था.Ambulance को भी रास्ते में रोक दिया गया.
फतुहा: सीएम नीतीश कुमार के काफिले को गुजारने के लिए वीवीआईपी रुट लगाया गया और फतुहा में एंबुलेंस को भी रोक दिया गया , जिसमें एक बीमार बच्चे को एंबुलेंस से अस्पताल ले जाया जा रहा था.#Bihar #BiharPolice #BiharNews @nitishk21 pic.twitter.com/QburcK4TLK
— THEBHARATNOW (@thebharatnow) September 30, 2023
प्रोटोकॉल या पुलिस की संवेदनहीनता ने रोका Ambulance
इस मामले में पुलिस की संवेदनहीनता की पराकाष्ठा देखिये कि बीमार बच्चे के परिजन पुलिसकर्मियों से गुहार लगाते रहे कि साहब Ambulance जाने दीजिये नहीं तो बच्चा मर जायेगा लेकिन पुलिस वालों के सामने एक बच्चे की जान से ज्यादा जरुरी प्रोटोकॉल को फॉलो करना था. इसलिए Ambulance को जाने नहीं दिया गया.
कुछ नहीं बस पटना में CM नीतीश के काफिले के लिए एम्बुलेंस को रोक दिया गया. pic.twitter.com/SPMNAApRgt
— Utkarsh Singh (@UtkarshSingh_) September 30, 2023
सीएम नीतीश के काफिले के लिए लगाया गया था रूट
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के काफिले के कारण मौत से जंग लड़ रहे मासूम के एंबुलेंस को काफी देर तक रोककर रखा गया. मासूम के परिजनों का कहना है कि फतुहा के एक निजी अस्पताल से उस बच्चे को लेकर पटना के अस्पताल में ले जा रहे थे लेकिन पुलिस ने मुख्यमंत्री के काफिले के कारण सभी गाड़ियों को रोक दिया जिसके कारण उन्हें काफी देर तक मानसिक यंत्रणा से गुजरना पड़ा, क्योंकि बच्चे की हालत गंभीर थी.
यहां देखने वाली बात ये है कि कई बार प्रधानमंत्री का काफिला भी अगर गुजर रहा हो और रास्ते में कोई एंबुलेंस आ जाती है तो काफिले को रोक दिया जाता है और एंबुलेंस को रास्ता दिया जाता है, क्योंकि किसी की जिंदगी का सवाल होता है, पटना पुलिस भी ऐसा करके एक मिसाल खड़ी कर सकती थी लेकिन अधिकारियों की इस संवेदनहीनता ने उन्हें बदनामी का विषय बना दिया.

