Amarnath Yatra Start : गुरुवार, 3 जुलाई शुरु होने वाली अमरनाथ यात्रा का शुभारंभ हो हो गया है. इस यात्रा के लिए पहलगाम और बालटाल के रास्ते जाने वाला पहला जत्था बाबा बार्फानी की पवित्र गुफा के दर्शन के लिए रवाना हो चुका है. 3 जुलाई से लेकर 9 अगस्त तक ( 38 दिन) चलने वाली अमरनाथ यात्रा के भक्तों की सुरक्षा के लिए चप्पे चप्पे पर जम्मू-कश्मीर पुलिस से लेकर सेना और अर्धसैनिक बलों तक को तैनात किया गया है.
The Amarnath Yatris reached Nunwan, Pahalgam, where they were welcomed by senior officials including Yatra Nodal Officer Rahul Yadav, DC Syeed Fakhruddin Hamid, and SSP Amritpal Singh. The pilgrims will proceed to the Holy Cave tomorrow. pic.twitter.com/AxDrTK57P5
— The Kashmir Monitor (@Kashmir_Monitor) July 2, 2025
Amarnath Yatra Start : आतंकी हमलों से निबटने की पूरी तैयारी
पहलगाम आतंकी हमले के बाद सरकार के पास ये खुफिया जानकारी है कि इस समय कश्मीर घाटी में 50 से अधिक दहशतगर्द छुपे हैं और इस यात्रा को निशाना बनाने की फिराक में हैं. ऐसे में केंद्र सरकार ने पूरी यात्रा के रुट पर कई स्तरों पर सुरक्षाबलों को तैनात किया है. सरकार ने इस यात्रामार्ग को फुलप्रूफ बनाने के लिए सेना, अर्धसैनिक बलों और जम्मू कश्मीर पुलिस को मिलाकर सुरक्षास्तर को मजबूत बनाया है.
India is a secular country.
But secularism disappear in Jammu & Kashmir a state where Muslims are in the majority.
Security is required for the Amarnath Yatra so that Islamist terrorists don’t attack Hindus. pic.twitter.com/HnkyS49CtF
— Yanika_Lit (@LogicLitLatte) June 30, 2025
अमरनाथ यात्रा का मार्ग
हर साल की तरह इस साल भी अमरनाथ यात्रा परंपरागत रुप से यात्रा दो मार्गों से गुजरेगी- एक पहलगाम और दूसरा बालटाल से . पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद सरकार ने इस यात्रा में किसी भी संभावित हमले से निबटने के लिए सेना, बीएसएफ, सीआरपीएफ, एसएसबी, आईटीबीपी, सीआईएसएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस के लगभग 80 हजार जवानों को यात्रा मार्ग पर तैनात किया है. इस मार्ग में यात्रियो को सुरक्षा की गारंटी देने के लिए सुरक्षा बलों ने फिदायीन हमलो से निबटने के भी इंतजाम किये हैं.इसके लिए कई लेयर वाली सुरक्षा तैनात की गई है. सुरक्षा की तैयारी का स्तर इस बात से समझा जा सकता है कि यहां उसी तरह की सुरक्षा लगाई गई है, जैसे अफगानिस्तान में अमेरिकी सेना और नाटो सेना के काफिलों की हिफाजत के लिए लगाई जाती थी.

अमरनाथ यात्रा को लेकर क्या हैं खुफिया रिपोर्ट
खुफिया सूत्रों को मिली जानकारी के मुताबिक इस बार की अमरनाथ यात्रा पर पाकिस्तानी दशहतगर्दों की बुरी नजर है. कश्मीर के उपरी इलाकों में लगभग ’50’ पाकिस्तानी दहशतगर्द छिपे हैं. इनमें से ज्यादातर दहशतगर्द पाकिस्तान के किसी ना किसी आतंकी संगठनों से जुड़े हैं, इनमें दो दर्जन से भी अधिक आतंकी लोकल है, जो इन आतंकी संगठनों से जुड़े हुए हैं. इन्ही चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था तैयार की गई है. जगह-जगह पर सेना, अर्ध सैनिक बलों को तैनात किया गया है. पूरे रास्तों पर सीसीटीवी और ड्रोन से नजर रखी जा रही है. अमरनाथ यात्रियों को सीआरपीएफ के घेरे में रखा जायेगा. जगह जगह पर डॉग स्क्वाड और बुलेटप्रूफ मार्क्समैन तैनात किये गये हैं. दूर तक देखने के लिए बड़ी दूरबीने लगाई गई हैं.

मिसाइल और ड्रोन हमलों को रोकने का इंतजाम
पहलगाम आतंकी हमले के बाद सरकार अमरनाथ यात्रा को लेकर खास तौर पर एलर्ट है. यात्रा मार्ग पर ‘छोटी मिसाइल’ और ‘ड्रोन’ से भी अगर हमला किया जाता है, तो इससे निबटने के लिए खास इंतजाम किए गए हैं. 50 हजार से अधिक सीआरपीएफ के जवानों को तैनात किया गया है. यात्रा मार्ग पर अगर कोई फिदाइन अटैकर आ जाता है, तो इसे रोकने के लिए भी केंद्रीय सुरक्षा बलों को स्पेशल ट्रेनिंग दी गई है. यात्रा के रूट पर 500 मीटर से लेकर एक हजार मीटर के अंतराल पर जवानों की तैनाती की गई है. हालात को देखते हुए जवानों की तैनाती बदलती रहेगी.
The Hon’ble Lieutenant Governor of Jammu & Kashmir today flagged off the first batch of Shri Amarnath Ji Yatra from Yatri Niwas, Jammu, with over 4,500 devoted pilgrims embarking on this spiritual pilgrimage. @JammuTourism @AijazQaiser pic.twitter.com/VnM5Rlw7kx
— Jammu Tourism (@JammuTourism) July 2, 2025