Adani PM Modi Rahu Gandhi : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप लगातार भारत पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं. रुस से तेल खरीदने के नाम पर पहले भारत पर लगाये 25 प्रतिशत टैक्स लगाया,फिर उसे बढ़ाकर 50% कर दिया और अब सेमीकंडक्टर चिप्स पर लगने वाले टैरिफ को 100 प्रतिशत करने की बात कर रहे हैं. ऐसे में विपक्ष बार-बार ये सवाल उठा रहा है कि आखिर प्रधानमंत्री मोदी डोनाल्ड ट्रंप को पलटकर कोई जवाब क्यों नहीं दे रहे हैं. विपक्ष का आरोप है कि प्रधानमंत्री डोनाल्ड ट्रंप से दबे हुए हैं और इसका कारण उनका एक निजी हित है. लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी प्रधानमंत्री मोदी के उस बयान पर प्रतिक्रिया दी है जिसमें उन्होंने कहा कि वो भारत के किसानों के लिए व्यक्तिगत तौर पर नुकसान उठाने के लिए तैयार हैं.
India, please understand:
The reason PM Modi cannot stand up to President Trump despite his repeated threats is the ongoing U.S. investigation into Adani.
One threat is to expose the financial links between Modi, AA, and Russian oil deals.
Modi’s hands are tied.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 6, 2025
Adani PM Modi Rahu Gandhi : पीएम मोदी ने बिना नाम लिये दिया जवाब
प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का नाम लिए बगैर उन्हें ये संदेश दिया है कि भारत किसी भी कीमत पर अमेरिका की शर्तों को नहीं मानेगा.देश के किसानों का हक और उनके हितों की रक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है. भारत कभी भी किसानों, मछुआरों और डेयरी किसानों के हितों से समझौता नहीं करेगा.
एक दिन पहले ही राहुल गांधी ने कही थी ये बात
राहुल गांधी ने अमेरिकी राष्ट्रपति के लगातार आते बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए बुधवार को एक पोस्ट किया था, जिसमें लिखा था कि भारत के लोगों को ये समझना चाहिये कि क्यों पीएम मोदी राष्ट्रपति ट्रंप की बार-बार की धमकियों के बावजूद उनके सामने खड़े नहीं हो पा रहे हैं. दरअसल इसकी वजह अमेरिका में अडानी के खिलाफ चल रहा केस है. अमेरिका अडानी के खिलाफ जाँच कर रहा है. अमेरिका की इस धमकी का संबंध पीएम मोदी, अडानी और रूसी तेल सौदों के बीच वित्तीय संबंधों को उजागर करने की है.पीएम मोदी के हाथ बंधे हुए हैं.
हलांकि गुरुवार को जब पीएम मोदी किसानों की बात कर रहे थे तो उन्होने इशारों-इशारों में ये बता दिया कि अगर उन्हे अडानी को बचाना होता तो वो ट्रंप की शर्तों को मानने में इतनी देर नहीं लगाते. प्रधानमंत्री मोदी गुरुवार तो दिल्ली में एम.एस. स्वामीनाथन शताब्दी अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन मे हिस्सा लेने पहुंचे थे. यहां उन्होने कहा कि उनके लिए अपने देश के किसानों का हित सर्वोच्च प्राथमिकता है. भारत अपने किसानों, मछुआरों औऐर पशुपालकों के हितों के साथ कभी भी समझौता नहीं करेगा. पीएम ने कहा कि मैं जानता हूं कि व्यक्तिगत रूप इसके लिए मुझे बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी लेकिन मैं इसके लिए तैयार हूं.