कूनो : मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में आठवें चीते Kuno Cheetah सूरज की मौत हो गई है .ये चीते अफ्रिकी देश से लाये गये थे.आज नेशनल पार्क Kuno Cheetah में ही एनक्लोजर के बाहर सूरज मृत पाया गया. सूरज को 25 जून को ही जंगल के बाड़े से निकाल कर खुले जंगल में छोड़ा गया था . न्यूज एजेंसी की मुताबिक अधिकारी चीते सूरज की मौत के कारणों का पता लगाने में लगे हुए हैं.इससे पहले इसी सप्ताह मंगलवार 11 जुलाई को नर चीता तेजस राष्ट्रीय उद्यान में ही मृत पाया गया था. अभी तक कूनो नेशनल पार्क में 5 वयस्क और तीन शावकों की मौत हो चुकी है
Kuno Cheetah-आपसी संघर्ष में मारा गया चीता तेजस
वन अधिकारी अभी इस बात की बता लगायेंगे कि आखिर क्या वजह रही है कि सूरत की मौत हो गई लेकिन इससे पहले मंगलवार को नर चीते तेजस की मौत के बारे में वन अधिकारियों का कहना है कि वो आपसी लड़ाई की चोट से ऊभर नहीं पाया . Kuno Cheetah चीता तेजस की मौत के बाद वन अधिकारियों ने जांच में पाया कि तेजस को चीतों की अपसी लड़ाई में काफी चोट आई थी और वो उस चोट से उभर नहीं पाया था. चोट ही उशकी मौत की वजह बनी.
मार्च से लेकर जुलाई तक में 8 चीतों की मौत
इससे पहले 27 मार्च को साशा नाम की मादा चीता की किडनी की बीमारी के कारण मौत हो गई थी. 9 मई को मादा चीता दक्षा संभोग के दौरान बार बार नर चीते के साथ हिंसक आघात को सह नहीं पाई और उसकी मौत हो गई. 23 अप्रैल को उदय नाम के नर चीते की हृदय गति रुकने (Cardiac Arrest) के कारण मौत हुई थी. वहीं 26 मई को दो शावकों की गर्मी और पानी की कमी (Dehydration) की वजह से मौत हो गई थी.
प्रोजक्ट चीता के तहत अप्रिका से लाये गये चीते
आपको बता दें कि ये चीते विशेष अभियान के तहत कई वर्षों के प्रयास के बाद भारत लाये गये थे और इसे प्रधानमंत्री मोदी ने मध्य प्रदेश के कूनो के राष्ट्रीय अभ्यारणय में छोड़ा था. चीतों को इस अभ्यारण्य मेम छोड़ने से पहले ये कहा गया थ कि जो चीते अफ्रिका से लाये लाये जा रहे हैं, उनके लिए यहां प्रकृतिक माहौल लगभग मिलता जुलता है , इसलिए उन्हे यहां पुनर्स्थापित करने मे दिक्कत नहीं होगी लेकिन संभवतह ऐसा नहीं हुआ. हलांकि चीते सूरज से पहले मारे गये 6 चीतों के बारे में प्रशासन की तरफ से किसी तरह की चूक से इंकार किया गया है लेकिन आठवें चीते सूरज की मौत प्रधानमंत्री मोदी के प्रोजेक्ट चीता के लिए एक बड़ा झटका है.पीएम मोदी के प्रोजेक्ट चीता के तहत 8 चीते अफ्रिकी देश नामिबिया से लाये गये थे.