लखनऊ
कोविड के प्रकोप से निकलते निकलते अब दिल्ली और उत्तर प्रदेश में वायरल बुखार, मलेरिया, डेंगू और चिकनगुनिया का प्रकोप बढ़ने लगा है. सबस ज्यादा परेशानी डेंगू को लेकर हो रही है .पिछले साल के मुकाबले देखा जाए तो डेंगू के मामले इस बार कम हैं और मृत्य दर भी कम है लेकिन लोगों के अंदर भय का माहौल काफ़ी बढ़ा हुआ है क्योंकी इस बार डेंगू नए रूप में विकसित हो चुका है जो की एक बड़ी समस्या का कारण बना हुआ है. उत्तर प्रदेश के डीजी हेल्थ डॉक्टर लिली सिंह बताती हैं की ये बात कहना तो मुश्किल है की ये डेंगू का कोई नया वेरिएंट है, क्योंकी वायरोलॉजी लैब में अबतक ऐसा साबित नही हुआ है लेकिन इस बार डेंगू के लक्षण नए हैं जैसे जोड़ो आंखों का दर्द, पेट में दर्द, ब्लिडिंग और बुखार ना होने पर भी प्लेटलेट काउंट में गिरावट.
स्वास्थ महानिदेश उत्तर प्रदेश लिली सिंह ने बताया की डेंगू के लक्षण नए हैं लेकिन केसेस की संख्या में कमी है. इस बार क्योंकी 8968 केसेस पूरे प्रदेश से रिकॉर्ड हुए हैं जबकि पिछले साल ये आंकड़ा 25000 के करीब था. उन्होंने ये भी बताया की मृतकों की संख्या में भी कमी है. पिछले साल डेंगू से 25 मौत हुईं थी तो वहीं इस बार 10 मौत हुई हैं. डॉक्टर लिली सिंह ने बताया की इस बार प्रदेश के 5 जिलों में डेंगू का प्रकोप ज़्यादा देखने को मिला है जिसमें लखनऊ, प्रयागराज, अयोध्या, गाजियाबाद और अलीगढ़ है. इन पांच जिलों में पिछले 24 घंटे में 180 नए मामले सामने आए हैं
- लखनऊ: 84
- प्रयागराज:46
- अयोध्या: 21
- गाजियाबाद:16
- अलीगढ़:13
प्रदेश में डेंगू और बुखार का सबसे बुरा हाल राजधानी लखनऊ का है जिसको लेकर दावे तो बहुत किए जाते हैं लेकिन हकीकत ये है कि राजधानी लखनऊ लचर व्यवस्थाओं से घिरी हुई है. ऐसे ही कुछ वादे और कवायदें प्रदेश के स्वस्थ मंत्री और डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक भी करत रहे हैं लेकिन धरातल पर ये वादे और कवायदें नादारत दिख रही है.
स्थिति नियंत्रण में हैं- ब्रजेश पाठक ,उप मुख्यमंत्री एवं स्वास्थ मंत्री
मीडिया में लगातार डेंगू को लेकर व्याप्त बदइंतजामी पर सवाल पर सवाल उठाने पर उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक का कहना है कि ये खबर मीडिया में इसलिए चलाया जा रहा है जिससे लोगों में पैनिक पैदा हो. स्थिति पूरी तरह से हमारे नियंत्रण में हैं. अस्पताल में सभी तरह की व्यवस्थाएं उपलब्ध हैं .सभी 10 विभागों से समन्वय करा कर लगातार फॉगिंग की जा रही है और स्थितियां पिछले वर्ष की तुलना में काफी अच्छी हैं लेकिन यह स्थिति भी हमारे लिए चिंताजनक है. हम हर चीज से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है.
यूपी के स्वास्थ मंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा है कि डेंगू से निपटने के लिए जिलों में नोडल अधिकारी भेजे गए हैं.हर जिलों में सीनियर आईएएस अफसर को नोडल अफसर बनाकर भेजा गया है और स्थितियां नियंत्रण में हैं। लगातार हमारे अधिकारी निरीक्षण कर रहे हैं.